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Daad Ko Jad Se Khatam Karne Ki Dawa

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Daad Ko Jad Se Khatam Karne Ki Dawa

दाद को जड़ से खत्म करने की दवा 

दाद सिर्फ खरोंच और असुविधा ही पैदा नहीं करता है बल्कि अगर इसे अच्छी तरह से नहीं संभाला जाता तो ये समस्या बार-बार लौट सकती है। यहाँ “जड़ से खत्म” करने का मतलब है, ऐसे समाधान पर ध्यान देना है, जो सिर्फ लक्षण न मिटाए बल्कि संक्रमण के फिर से होने की सम्भावना भी कम करे। आज इस आर्टिकल में हम बात करेंगे दाद को जड़ से खत्म करने की दवा के बारे साथ ही फंगल इंफेक्शन की रामबाण दवा के बारे में और इनके लक्षणों और कारणों पर भी ध्यान देंगे, जिसे आप सही समय पर समझकर समाधान की ओर बढ़ पाएंगे। 

दाद के लक्षण

  • तेज खुजली

  • गोल या अर्धगोलाकार चकत्ते

  • फुंसी या दाने जैसा दिखना

  • लालपन और सूजन

  • त्वचा में दरारें या जलन

  • पपड़ीदार और सूखी त्वचा

  • उभरा हुआ किनारा

दाद के कारण 

  • फंगल इन्फेक्शन

  • ज्यादा पसीना आना

  • साफ-सफाई न रखना

  • कमजोर इम्यून सिस्टम

  • टाइट कपड़े पहनना

  • जानवरों से संपर्क

  • दाद से संक्रमित व्यक्ति का संपर्क

दाद को जड़ से खत्म करने की दवा

  1. नीम

  2. गिलोय

  3. हरिद्रा

  4. तुलसी

  5. एलोवेरा और नीम का पेस्ट

 

  1. नीम - आयुर्वेद में नीम को एक ऐसी जड़ी बूटी के रूप में हम देख सकते हैं, जिसके सभी अंगों को हम इस्तेमाल कर सकते हैं। और खासतौर पर अगर त्वचा की हम बात करें तो उसके लिए ये एक अत्यंत प्रभावशाली औषधि मानी जाती है। इसका सबसे बड़ा लाभ यह है कि यह त्वचा के भीतर तक जाकर संक्रमण को नष्ट करता है और शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालता है, जिससे दाद दोबारा लौटकर नहीं आता। यही नहीं अगर दाद पुराना है, बार-बार हो रहा है या पूरे शरीर में फैल रहा है, तो नीम के नियमित उपयोग से शरीर की अंदरूनी सफाई होती है और रोग दोबारा उभरने की संभावना बहुत कम हो जाती है।
    नीम


 

  1. गिलोय - आयुर्वेद में गिलोय को बहुत शक्तिशाली और गुणकारी औषधि के रूप में माना गया है। खास कर दाद को जड़ से खत्म करने में गिलोय का उपयोग बहुत असरदार होता है। क्योंकि दाद का असली कारण केवल बाहरी फंगल इन्फेक्शन नहीं होता, बल्कि शरीर के अंदर मौजूद विषैले तत्व, कमजोर इम्यून सिस्टम और दूषित रक्त भी इसकी जड़ होती हैं। गिलोय इन सभी स्तरों पर काम करता है। यह शरीर से toxins को बाहर निकालता है, लिवर और पाचन तंत्र को दुरुस्त करता है, और रक्त को शुद्ध करता है, जिससे त्वचा विकार जड़ से समाप्त होने लगते हैं।

    गिलोय

  2. हरिद्रा - हरिद्रा यानी हल्दी जिसे हर घर में इस्तेमाल किया जाता है। ये केवल घर के खाने ही नहीं बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद है। इसमें करक्यूमिन नाम का तत्व होता है, जो शक्तिशाली एंटीफंगल, एंटीबैक्टीरियल और एंटीइंफ्लेमेटरी एजेंट है। यही नहीं हरिद्रा त्वचा की कोशिकाओं के पुनर्निर्माण में भी मदद करती है, जिससे पुराने दाद के काले निशान भी समय के साथ हल्के हो जाते हैं। यह न सिर्फ इलाज करती है, बल्कि त्वचा को भीतर से सुंदर और रोगमुक्त बनाती है। इसलिए दाद और खुजली की जड़ से दवा के नाम पर हम हल्दी का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। 

    हल्दी

  3. तुलसी - तुलसी एक अत्यंत शक्तिशाली और पवित्र औषधीय पौधा है और दाद जैसे फंगल संक्रमण को जड़ से खत्म करने में तुलसी का महत्व बहुत गहरा है। साथ ही इसमें प्राकृतिक रूप से एंटीफंगल, एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं, जो दाद के संक्रमण को खत्म करने में सीधे तौर पर प्रभाव डालते हैं। इसके अलावा दाद के पुराने और बार-बार लौटने वाले मामलों में तुलसी का प्रयोग नीम, गिलोय और हल्दी के साथ मिलाकर करने से यह एक शक्तिशाली आयुर्वेदिक उपचार बन जाता है, जो न केवल लक्षणों को ठीक करता है बल्कि बीमारी की जड़ पर प्रहार करता है। इसलिए हम इसे दाद का आयुर्वेदिक इलाज भी कह सकते हैं। 
    तुलसी

 

  1. एलोवेरा और नीम का पेस्ट - दाद जैसे फंगल संक्रमण को जड़ से खत्म करने के लिए एलोवेरा और नीम का पेस्ट एक अत्यंत प्रभावशाली और प्राकृतिक उपचार है। एलोवेरा एक शक्तिशाली त्वचा शीतलकारी और पुनर्योजक औषधि है। इसमें एंटीफंगल, एंटीसेप्टिक और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो दाद के कारण होने वाली सूजन, जलन और खुजली को तुरंत राहत देते हैं। वहीं नीम एक शक्तिशाली प्राकृतिक एंटीफंगल और रक्त शोधक औषधि है। यह फंगस को नष्ट करता है और संक्रमण की जड़ पर असर डालता है। जब एलोवेरा और नीम का पेस्ट एक साथ त्वचा पर लगाया जाता है, तो यह एक ऐसी परत बनाता है जो फंगस के लिए अनुकूल वातावरण को खत्म कर देता है। 

आज इस आर्टिकल में हमने बताया दाद को जड़ से खत्म करने की दवा, और आपने जाना की कैसे कुछ आयुर्वेदिक उपचार से इस समस्या में आपके काम आ सकते हैं, लेकिन आप केवल इन सुझावों पर निर्भर ना रहें समस्या अगर ज्यादा गंभीर है, तो डॉक्टर से संपर्क जरूर करें, और ऐसे ही आर्टिकल और ब्लॉग्स के लिए जुड़े रहें आयु कर्मा के साथ।



 

FAQ
 

  • पुराने से पुराना दाद कैसे ठीक करें? 
    पुराने दाद को ठीक करने के लिए नीम, हल्दी और गिलोय का सेवन करें, नीम-एलोवेरा पेस्ट लगाएं, साफ-सफाई रखें और धैर्य से इलाज जारी रखें।
     
  • बार बार दाद होने का कारण? 
    बार-बार दाद होने का कारण है कमजोर इम्यून सिस्टम, दूषित खून, गंदगी, पसीना, टाइट कपड़े और अधूरा इलाज।
     
  • दाद में क्या नहीं खाना चाहिए?
    दाद में तला-भुना, मीठा, ज्यादा मसालेदार, दूध से बनी चीजें, और खट्टी चीजें नहीं खानी चाहिए।

 

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