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शरीर के किसी भी अंग पर सूजन आना आम बात है। इन्हीं में से एक अंग पैर भी है। वैसे तो पैरों में सूजन आना आम समस्या है, लेकिन अगर एक बार पैरों में सूजन आ जाए, तो कई तरह की परेशानियां खड़ी कर देती है, लेकिन पैरों में सूजन की आयुर्वेदिक दवा करने से इस समस्या का इलाज किया जा सकता है।
कुछ लोगों के एक पैर में तो कुछ लोगों के दोनों पैरों में सूजन आ जाती है। ऐसे में आज हम आपको केवल एक पैर में सूजन का कारण नहीं, बल्कि दोनों पैरों में सूजन के कारण बताएंगे:
वैसे तो पैर में सूजन की दवा करने से इस समस्या से निजात पाया जा सकता है, लेकिन इसके लक्षणों का पहले से ही पता होने से पैरों में सूजन की समस्या पर हमेशा के लिए काबू पाया जा सकता है। आइए, जानते हैं इसके मुख्य लक्षण क्या हैं -
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अदरक में औषधीय गुण मौजूद होते हैं। एक गिलास पानी में अदरक के टुकड़े को उबालकर पकाएं और गुनगुना करके पी लें। अदरक को पैरों में सूजन की आयुर्वेदिक दवा माना जाता है।
जैतून के तेल यानी कि ऑलिव ऑयल की मालिश करने से पैरों में आ रही सूजन को कम किया जा सकता है। आप जैतून के तेल को गर्म करके लहसुन की कलियों को भूनें। इसे गुनगुना करके पैरों में लगाने से सूजन कम हो सकती है।
साबुत धनिए को पैरों में सूजन की आयुर्वेदिक दवा कहा जा सकता है। बता दें धनिए की पत्तियों और बीजों दोनों में ही पैरों में आ रही सूजन को ठीक करने के गुण होते हैं। इसके लिए एक कप पानी को उबालकर उसमें साबुत धनिया डालें और उसके पकने पर छानकर उसका सेवन कर लें। ऐसा करने से पैरों में आ रही सूजन में आराम मिल सकता है।
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नींब पानी में मौजूद गुण शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने का काम करते हैं। इसका सेवन करने से न सिर्फ पैरों पर आ रही सूजन, बल्कि शरीर के दूसरों हिस्सों पर आ रही सूजन भी दूर हो सकती है। इसका सेवन करने के लिए एक गिलास गुनगुने पानी में नींबू का रस और शहद मिलाकर लेने से पैरों की सूजन कम हो सकती है।
सेब के सिरके में एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। ऐसे में इसका सेवन करने से पैरों में आ रही सूजन और दर्द को कम किया जा सकता है। सेब के सिरके को पैरों पर लगाकर मालिश करने से पैरों की सूजन में बहुत आराम मिल सकता है।
खीरे में भी कई तरह के औषधीय गुण मौजूद होते हैं। ऐसे में इसका इस्तेमाल करना कोल्ड थेरेपी की तरह काम करेगा, क्योंकि इसकी तासीर ठंडी होती है, जो पैरों में आ रही सूजन को कम करने में मदद कर सकती है। खीरे को पैरों की सूजन की दवा कहा जाता है।
तो जैसा कि आपने जाना कि पैरों की सूजन की दवा क्या है, लेकिन फिर भी इनका सेवन करने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से पहले जरूर पूछ लें।
अगर आपको भी पैरों में सूजन से जुड़ी किसी तरह की समस्या हो रही है, तो आप अपना इलाज कर्मा आयुर्वेदा में करवा सकते हैं। यहां पर सन् 1937 से किडनी रोगियों का आयुर्वेदक इलाज किया जा रहा है और हाल ही में इसे डॉ. पुनीत धवन संभाल रहे हैं। कर्मा आयुर्वेदा डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट के बिना ही भारतीय आयुर्वेद के सहारे किडनी फेलियर का इलाज कर रहा है।
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FEB 23,2022 - FEB 22,2025