आपकी सभी स्वास्थ्य समस्याओं के लिए विशेषज्ञ स्वास्थ्य पेशेवरों द्वारा अनुशंसित आयुर्वेदिक उपचार, उपचार और सलाह
आज कल की रफ़्तार भरी ज़िंदगी में, लंबे समय तक बैठ कर काम करने की दिनचर्या और अनियमित खानपान मोटापा को एक बहुत ही आम समस्या बना दिया, और मोटापे का सबसे बुरा प्रभाव केवल आत्मविश्वास पर ही नहीं बल्कि कई गंभीर बीमारियों का कारण भी बन सकता है जैसे हार्ट प्रॉब्लम्स, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज़ आदि। ऐसी स्तिथि में बहुत से लोग ऐसी आधुनिक दवाइयों को लेना शुरू कर देते हैं। जिससे उन्हे कम समय में असर तो दिखने लगत हैं पर कुछ समय के बाद ये सेहत पर बुरा प्रभाव भी डालते हैं, इसलिए आज इस आर्टिकल में हम आपको मोटापा कम करने के 50 आयुर्वेदिक उपाय के बारे में बताएंगे जिसमें आप केवल घरेलू और प्रकृतिक उपाय के बारे ही जानेंगे जो किसी भी व्यक्ति को साइड इफेक्टसे दूर रखता है, साथ ही इसके लक्षणों और कारणों पर भी ध्यान देंगे।
अत्यधिक वजन
शारीरिक गतिविधियों में थकावट
घुटनों, कमर और टखनों में दर्द
बार-बार खाने की इच्छा होना
थकान और ऊर्जा की कमी
पसीना ज्यादा आना
मानसिक तनाव और डिप्रेशन
महिलाओं में मासिक धर्म गड़बड़ी
त्वचा संबंधी समस्याएं
शारीरिक गतिविधि में कमी
गलत खानपान
तनाव और नींद की कमी
आहार संबंधी आदतें
अनुवांशिकता
अत्यधिक शराब और धूम्रपान
हार्मोनल असंतुलन
पानी कम पीना
मेडिकल कारण
नींबू और शहद वाला पानी
मेथी, अजवाइन और काला जीरा पाउडर
गर्म पानी का सेवन
त्रिफला चूर्ण का सेवन
रोज़ाना 30 मिनट टहलना या योग करना
नींबू और शहद वाला पानी - नींबू और शहद वाला पानी मोटापा कम करने के लिए बहुत प्रभावी घरेलू उपाय माना जाता है। ये केवल वजन घटाने ही नहीं, बल्कि शरीर को अंदर से साफ़ और ऊर्जावान भी बनाता है। नींबू में विटामिन C और साइट्रिक एसिड भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो शरीर के मेटाबोलिज्म को तेज़ करता है और फैट को तोड़ने में मदद करता है। वहीं शहद में प्राकृतिक शुगर होती है जो शरीर को एनर्जी देती है, लेकिन साधारण चीनी की तरह चर्बी नहीं बढ़ाती। जब इन्हें गर्म पानी के साथ लिया जाता है, तो यह शरीर में जमा विषैले तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है। यह मिश्रण पाचन क्रिया को बेहतर करता है, जिससे खाना सही तरीके से पचता है और फैट जमा नहीं होता। इसलिए जल्दी वजन घटाने के टिप्स में नींबू और शहद वाला पानी बहुत असरदार है।
मेथी, अजवाइन और काला जीरा पाउडर - मेथी, अजवाइन और काला जीरा का मिश्रण मोटापा कम करने के लिए प्रभावशाली और पारंपरिक घरेलू उपाय है। ये तीनों चीज़ें आयुर्वेद में पाचन को सुधारने के लिए जानी जाती हैं। इस मिश्रण को सुबह खाली पेट गर्म पानी के साथ लेने से पेट की चर्बी, जांघों और कमर के आसपास की फैट धीरे-धीरे कम होने लगती है। यह शरीर में जमा गैस, अपच और सूजन जैसी समस्याओं को भी दूर करता है, जो अक्सर मोटापे का कारण बनती हैं। यह मिश्रण शरीर के मेटाबोलिज्म को सक्रिय करता है, जिससे कैलोरीज़ जल्दी बर्न होती हैं और नया फैट जमा नहीं होता।
गर्म पानी का सेवन - गर्म पानी का सेवन सबसे आसान, सस्ते और प्रभावशाली उपायों में से एक है। क्योंकि गर्म पानी शरीर के मेटाबोलिज्म को तेज़ करता है, जिससे फैट जल्दी बर्न होता है। जब आप सुबह खाली पेट गर्म पानी पीते हैं, तो यह पाचन तंत्र को सक्रिय करता है और शरीर को दिन की शुरुआत के लिए तैयार करता है। यह शरीर में जमा विषैले तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है, जिससे डिटॉक्सिफिकेशन होता है और चयापचय बेहतर होता है। यहीं नहीं गर्म पानी खाने के बाद पीने से भोजन जल्दी और सही तरीके से पचता है। इससे अतिरिक्त फैट जमा नहीं होता और पेट फूलने जैसी समस्याओं से राहत मिलती है। यह कब्ज़ की समस्या को भी दूर करता है, जो वजन बढ़ने का एक बड़ा कारण हो सकता है। इसलिए ये वजन कम करने के घरेलू उपाय में से एक है।
त्रिफला चूर्ण का सेवन - त्रिफला चूर्ण आयुर्वेद का एक अत्यंत प्रभावशाली और प्राकृतिक औषधीय मिश्रण है, ये तीनों फलों से मिलकर बनता है जैसे हरड़, बहेड़ा और आंवला। यह चूर्ण लीवर को डिटॉक्स करता है और शरीर में जमा अतिरिक्त वसा को धीरे-धीरे बाहर निकालने में सहायता करता है। इसके नियमित सेवन से भूख संतुलित रहती है और अत्यधिक खाने की इच्छा कम होती है। त्रिफला चूर्ण शरीर में इंसुलिन के स्तर को भी नियंत्रित करता है, जिससे ब्लड शुगर नियंत्रण में रहता है और वजन बढ़ने से बचाव होता है। इसलिए हम चाहे तो इसे मोटापा कम करने की आयुर्वेदिक दवा बोल सकते हैं।
रोज़ाना 30 मिनट टहलना या योग करना - रोज़ाना 30 मिनट टहलना या योग करना मोटापा कम करने के लिए बहुत असरदार और कहा जाए तो आसान भी है, क्योंकि जब आप रोज़ टहलते हैं या योग करते हैं, तो शरीर की मांसपेशियाँ सक्रिय होती हैं और कैलोरीज़ तेजी से बर्न होने लगती हैं। इससे शरीर में जमा अतिरिक्त वसा धीरे-धीरे कम होती है और वजन घटने लगता है। तेज़ चाल से चलने या हल्के दौड़ने से मेटाबोलिज्म तेज़ होता है, जिससे खाना जल्दी पचता है और फैट जमा नहीं होता। इसलिए मोटापा घटाने के आसान तरीके में ये उपाय बहुत असरदार है।
अगर आपके पास भी ये प्रश्न है की मोटापा कम करने के 50 आयुर्वेदिक उपाय? तो ये आर्टिकल आपके लिए है, और आपने जाना की कैसे कुछ आयुर्वेदिक उपचार इस समस्या में आपके काम आ सकते हैं, लेकिन आप सिर्फ इन सुझावों पर निर्भर ना रहें समस्या अगर ज्यादा गंभीर है तो डॉक्टर से संपर्क ज़रूर करें या कर्मा आयुर्वेद अस्पताल में भारत के बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं। हेल्थ से जुड़े ऐसे और भी ब्लॉग्स और आर्टिकल्स के लिए जुड़े रहें अयुकर्मा के साथ।
FAQ
7 दिनों के अंदर पेट की चर्बी कैसे कम करें?
सुबह खाली पेट गुनगुने पानी में नींबू और शहद मिलाकर पिएं, दिनभर गर्म पानी पीते रहें, तला-भुना, मीठा और जंक फूड पूरी तरह बंद करें, हल्का खाना खाएं – जैसे उबली सब्ज़ियाँ, फल, दलिया, रोज़ 30–45 मिनट वॉक या योग करें, रात का खाना हल्का और 7 बजे से पहले खाएं और नींद पूरी लें और तनाव से बचें। आपको सिर्फ़ 7 दिन में फर्क दिखने लगेगा, लेकिन लगातार पालन करना ज़रूरी है।
पतला होने के लिए सुबह क्या पीना चाहिए?
पतला होने के लिए सुबह खाली पेट गुनगुने पानी में नींबू और शहद मिलाकर पीना सबसे फायदेमंद होता है।
तुरंत मोटापा कैसे कम करें?
तुरंत मोटापा कम करने के लिए, सुबह खाली पेट नींबू-शहद वाला गर्म पानी पिएं, तला-भुना, मीठा और जंक फूड बंद करें, रोज़ 45 मिनट तेज़ वॉक या योग करें, दिनभर गर्म पानी पिएं, रात का खाना 7 बजे से पहले और हल्का खाएं और सिर्फ 5–7 दिन में फर्क महसूस होगा।
पेट और कमर को पतला कैसे करें?
पेट और कमर पतले करने के लिए सुबह खाली पेट नींबू-शहद वाला गर्म पानी पिएं, सूर्य नमस्कार और कपालभाति करें, मीठा, मैदा और तला-भुना पूरी तरह बंद करें,
रोज़ 30–45 मिनट वॉक या एक्सरसाइज करें, पानी ज्यादा पिएं और रात का खाना हल्का रखें।नियमित पालन से जल्दी असर दिखेगा।
Sheela Jain
Hi, I'm Sheela. I struggled with painful skin rashes for years. After facing side effects from other medicines, I turned to Ayukarma. The facilities impressed me, and after 1.5 months of treatment, my skin completely healed. I'm so grateful for their care and effective treatment.
Kapil
I'm Kapil from Jhajjar. I had gallbladder stones and wanted an herbal solution. I chose Ayukarma and followed their treatment and diet plan. In a month, my symptoms eased, and scans showed major improvement. After two months, the stones were gone. Truly thankful for their help.
Tina Yadav
I'm Tina from Delhi. I suffered from severe sinus issues for years. After learning about Panchakarma therapy, I visited Ayukarma. The staff was great, and therapy was done as per Ayurvedic texts. After treatment, my symptoms improved significantly. I highly recommend them for sinus problems.
Dravya Mathur
Ayukarma helped me manage proteinuria naturally. The Ayurvedic herbs they prescribed reduced my symptoms without side effects. I’ve noticed improvements in my kidney function too. Their treatment has been safe, effective, and deeply healing. I highly recommend them.
Karan a
My friend’s dad had colon cancer with severe symptoms. After starting treatment at Ayukarma, he showed major improvement in a few months. His recovery is ongoing, and he now strongly recommends Ayukarma for anyone dealing with similar issues.
Sumit Mehra
My aunt, Rita Mehra, had early-stage breast cancer. She began treatment at Ayukarma, and the use of herbal medicines helped prevent the cancer from spreading. Best part, no side effects. Dr. Puneet and the team were excellent throughout. Huge thanks to them!
Kriya
I’m Kriya from Delhi. Diagnosed with early-stage tonsil cancer, I couldn’t tolerate allopathic treatment. Switching to Ayukarma was the best decision. Their herbal therapy eased my symptoms and improved my health significantly. I’m hopeful for a full recovery.
Recent Blogs
मोटापा कम करने के 50 आयुर्वेदिक उपाय
मोटापा कम करने के 50 आयुर्वेदिक उपाय ...
शरीर में सूजन की आयुर्वेदिक दवा
शरीर में सूजन की आयुर्वेदिक दवा – प्राकृतिक इलाज से पाएं आराम ...
थायराइड में सांस फूलना क्यों होता है? कारण और उपाय ...
Approved by
Certificate no- AH-2022-0145
FEB 23,2025 - FEB 22,2028