आपकी सभी स्वास्थ्य समस्याओं के लिए विशेषज्ञ स्वास्थ्य पेशेवरों द्वारा अनुशंसित आयुर्वेदिक उपचार, उपचार और सलाह
कोलेस्ट्रॉल ब्लड में पाया जाने वाला फैट होता है, जो हार्मोन्स का निर्माण करने के साथ-साथ उनका काम सही तरीके से करवाने के जरूरी है। जब शरीर में कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ जाता है, तो हेल्थ से जुड़ी कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं। बता दें कि कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए खान-पान पर काबू करना बहुत जरूरी है, वरना कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ावा ले सकती हैं। आइए कोलेस्ट्रॉल कम करने का रामबाण इलाज जानते हैं।
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आंवले में विटामिन-सी और एंटी-ऑक्सिडेंट्स की अच्छी मात्रा मौजूद होती है। इसका सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करने में मदद मिल सकती है।
हल्दी में करक्यूमिन नाम का कंपाउंड मौजूद होता है, जिससे सूजन को कम करने में मदद मिलती है। इसे डाइट में शामिल करने से कोलेस्ट्रॉल के लेवल को सकारात्मक रूप से कम किया जा सकता है। हल्दी को कोलेस्ट्रॉल कम करने का आयुर्वेदिक इलाज माना जा सकता है।
सेब का सिरका कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स के लेवल को कम करने में मदद कर सकता है। ये कोलेस्ट्रॉल को कम करने का प्रभावशाली उपाय माना जाता है। इसका इस्तेमाल न सिर्फ कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने के लिए बल्कि ब्लड प्रेशर, गुप्त रोग, श्वसन संक्रमण जैसी कई बीमारियों से छुटकारा दिलाने के लिए किया जाता है।
प्याज को भी कोलेस्ट्रॉल कम करने का आयुर्वेदिक इलाज माना जाता है। इसमें कई तरह के औषधीय गुण मौजूद होते हैं। प्याज का सेवन करने से खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करके अच्छे कोलेस्ट्रॉल लेवल को बढ़ाने में बहुत मदद मिल सकती है। इसका सेवन करने से दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा भी कम हो सकता है।
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धनिए के बीज में हाइपोग्लाइसेमिक प्रभाव होता है। इसका इस्तेमाल करने से शुगर को कंट्रोल किया जा सकता है। इसके साथ ही इन बीजों का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल के लेवल में भी सुधार किया जा सकता है।
कच्चे लहसुन में कई तरह के आयुर्वेदिक गुण मौजूद होते हैं। इसका सेवन करने से ब्लड प्लो को सुधारने में मदद मिल सकती है। इसके साथ ही इसका सेवन करने से दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा भी कम हो सकता है। लहसुन का सेवन करना कोलेस्ट्रॉल कम करने का आयुर्वेदिक इलाज माना जा सकता है।
संतरे के जूस में फोलेट, फ्लेवोनोइड्स, विटामिन-सी जैसे कई गुण मौजूद होते हैं। संतरे का जूस रोजाना पीने से कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स में वृद्धि होती है। संतरे का जूस पीने से हाई कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल किया जा सकता है।
पानी पीने से बॉडी तो हाइड्रेट रहती है, लेकिन गर्म पानी पीने से शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकाला जा सकता है। यही टॉक्सिन्स कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने का काम करते हैं, लेकिन जब ये शरीर से निकल जाते हैं, तो हाई कोलेस्ट्रॉल को काबू करने में भी मदद मिलती है।
तो जैसा कि आपने जाना कि कोलेस्ट्रॉल कम करने का रामबाण इलाज क्या है। ऐसे में इस उपचार को अपनाने से पहले आप एक बार अपने डॉक्टर से सलाह जरूर कर लें।
अगर आपको भी हाई कोलेस्ट्रॉल या उससे जुड़ी किसी भी तरह की दिक्कत महसूस हो रही है, तो आप अपना इलाज आयु कर्मा में आकर करवा सकते हैं। आयु कर्मा डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट के बिना पूर्णतः प्राचीन भारतीय आयुर्वेद के सहारे से किडनी फेल्योर का इलाज कर रहा है। यहां न सिर्फ किडनी से जुड़ी बीमारियों का इलाज किया जाता है, बल्कि कई अन्य बीमारी जैसे कि कैंसर, ल्यूकोडर्मा, सोरायसिस, क्रिएटिनिन, प्रोटीन्यूरिया आदि बीमारियों का इलाज भी किया जाता है।
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FEB 23,2022 - FEB 22,2025