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मधुमेह रोग किस विटामिन की कमी से होता है 

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मधुमेह रोग किस विटामिन की कमी से होता है 

मधुमेह रोग किस विटामिन की कमी से होता है 

यदि आपके मन में ये प्रश्न है की शुगर किस विटामिन से होती है तो ये आर्टिकल आपके लिए है, आज कल के समय में डायबिटीज़ एक तेजी से बढ़ती हुई जीवनशैली से जुड़ी बीमारी बनती जा रही है, और ये समस्या और ये समस्या तब होती है जब शरीर में इंसुलिन का उत्पादन या उसका उपयोग सही ढंग से नहीं हो पाता। हालांकि इसके बहुत से कारण हो सकते हैं, जिसके विषय में हम आगे इस आर्टिकल में हम बात करेंगे। लेकिन हाल के रिसर्च यह संकेत देते हैं कि कुछ विशेष विटामिन्स की कमी भी मधुमेह के खतरे को बढ़ा सकती है।  आज इस आर्टिकल में हम जानेंगे मधुमेह रोग किस विटामिन की कमी से होता है और डायबिटीज़ मरीजों के लिए जरूरी विटामिन कौन से हैं। और ये विटामिन्स की कमी कैसे मधुमेह की आशंका को जन्म दे सकती है, और इस कमी को पूरा करके किस हद तक इस रोग से बचाव संभव है। 

मधुमेह के लक्षण 

मधुमेह के कारण 

  • अनुवांशिकता 

  • फिजिकल एक्टिविटी की कमी

  • अत्यधिक जंक फूड

  • तनाव

  • हार्मोनल असंतुलन

  • वायरल 

  • ऑटोइम्यून प्रतिक्रिया
     

  • मधुमेह रोग किस विटामिन की कमी से होता है - मधुमेह रोगी अक्सर कुछ ज़रूरी विटामिन्स की कमी से जूझते हैं, जैसे - विटामिन D, विटामिन B12, विटामिन B1, और विटामिन C।
     
  • मधुमेह रोग में विटामिन की कमी को पूरी करने के उपाय - जैसा की हमने जाना की मधुमेह रोगी अक्सर विटामिन D, विटामिन B12, विटामिन B1, और विटामिन C की समस्या से जूझते हैं और इन विटामिन्स की कमी  इंसुलिन की कार्यक्षमता को प्रभावित कर सकती है और अन्य समस्याएं जैसे - नसों की खराबी, थकावट, इम्युनिटी में कमी को भी पैदा कर सकती है।

 

विटामिन D की पूर्ति के लिए उपाय - 

 - खानपान 

 

  • साबुत अनाज: ब्राउन राइस, जौ, बाजरा, ओट्स में थायमिन अच्छी मात्रा में होता है।
  • दालें और बीन्स: मूंग, मसूर, राजमा, चना जैसे दालों में थायमिन मिलता है।
  • नट्स और बीज: सूरजमुखी के बीज, पिस्ता, अखरोट आदि।
  • मांसाहारी स्रोत: सूअर का मांस, टर्की, और जिगर भी थायमिन के अच्छे स्रोत हैं।
  • फलों और सब्ज़ियों में: हरी मटर, स्पिनच।
  • सूरज की रोशनी - सूरज की रोशनी केवल विटामिन D ही नहीं देती, बल्कि यह शरीर और मन दोनों के लिए एक प्राकृतिक उपचार की तरह काम करती है। और यही नहीं कुछ शोधों के अनुसार, ये भी पता चलता है की विटामिन D का संबंध डायबिटीज़ और हृदय रोगों के जोखिम को कम करने से भी जोड़ा गया है।
     

विटामिन B12 की पूर्ति के उपाय -
 

  • शाकाहारी विकल्प - विटामिन B12 की कमी शाकाहारी लोगों में आम होती है क्योंकि यह मुख्य रूप से पशु उत्पादों में पाया जाता है। हालांकि, शाकाहारी विकल्पों में भी कुछ ऐसे स्रोत होते हैं जिनसे इस विटामिन की कमी को पूरा किया जा सकता है। सबसे पहला तरीका है फोर्टिफाइड फूड्स का सेवन करना। ये वे खाद्य पदार्थ होते हैं जिनमें विटामिन B12 को कृत्रिम रूप से मिलाया जाता है, जैसे फोर्टिफाइड सोया दूध, फोर्टिफाइड कॉर्नफ्लेक्स और कुछ ब्रेड या अनाज। ये विकल्प शाकाहारियों के लिए विशेष रूप से उपयोगी होते हैं क्योंकि इनके माध्यम से विटामिन B12 की पूर्ति होती है। इसके अलावा आप चाहे तो अलावा, नट्स, बीज, और कुछ फफूंद को भी शाकाहारी भोजन का हिस्सा बना सकते हैं। इसलिए आप डायबिटीज़ में विटामिन B12 की कमी में आप ये सुझाव अपना सकते हैं। 
     
  • खानपान - विटामिन B12 की पूर्ति के लिए खानपान में मुख्य रूप से पशु उत्पादों को शामिल करना जरूरी होता है क्योंकि यह विटामिन प्राकृतिक रूप से मांस, मछली, दूध, अंडे और उनके उत्पादों में पाया जाता है। पर शाकाहारी लोग, जो मांस या मछली नहीं खाते, उनके लिए विटामिन B12 की पूर्ति के लिए डेयरी उत्पाद और अंडे का सेवन आवश्यक होता है। दूध, दही और पनीर को अपनी रोजाना की डायट में शामिल करना चाहिए ताकि विटामिन B12 की कमी न हो। इसके साथ ही फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थ जैसे कि फोर्टिफाइड ब्रेड, फोर्टिफाइड सोया दूध और फोर्टिफाइड अनाज भी विटामिन B12 प्राप्त करने का अच्छा स्रोत हो सकते हैं।

 

विटामिन B1 की पूर्ति के उपाय - 
 

  • खानपान - विटामिन B1, जिसे थायमिन भी कहा जाता है, शरीर में ऊर्जा उत्पादन के लिए बेहद जरूरी होता है। इसकी कमी से थकान, कमजोरी और नसों में तकलीफ हो सकती है। इसकी पूर्ति के लिए सबसे पहले साबुत अनाज जैसे ब्राउन राइस, जौ, बाजरा, गेहूं और ओट्स थायमिन के अच्छे स्रोत होते हैं। ये पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं और पॉलिश किए हुए अनाज की तुलना में इनमें थायमिन की मात्रा अधिक होती है। दालें, खासकर मूंग, मसूर, राजमा और चना भी विटामिन B1 की पूर्ति में सहायक होती हैं। साथ ही, सूरजमुखी के बीज, पिस्ता, बादाम और अखरोट जैसे नट्स भी इस विटामिन को प्रदान करते हैं। यही नहीं धूम्रपान और शराब से बचना भी जरूरी है क्योंकि ये विटामिन B1 के अवशोषण को प्रभावित करते हैं। नियमित व्यायाम से भी मेटाबोलिज्म बेहतर होता है, जिससे विटामिन का उपयोग सही तरीके से होता है।

 

विटामिन C की पूर्ति के उपाय -
 

  • खानपान - विटामिन C एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने, त्वचा की स्वास्थ्य बनाए रखने और शरीर में आयरन के अवशोषण में मदद करता है। इसकी पूर्ति के लिए ताजी सब्जियों में विशेष रूप से शिमला मिर्च, ब्रोकली, पालक, टमाटर और फूलगोभी विटामिन C के अच्छे स्रोत होते हैं। फलों की बात करें तो संतरा, नींबू, अमरूद, स्ट्रॉबेरी, किवी, पपीता, अनानास और आम में विटामिन C प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इन फलों और सब्जियों को कच्चा या हल्का पकाकर खाना चाहिए क्योंकि विटामिन C पानी में घुलनशील और गर्मी के प्रति संवेदनशील होता है, जिससे पकाने पर इसका कुछ हिस्सा नष्ट हो सकता है। इसके अलावा, विटामिन C की कमी को पूरा करने के लिए दिनचर्या में ताजे फलों का रस भी शामिल किया जा सकता है। लेकिन ध्यान रखें कि जूस को ताजा ही पीना चाहिए क्योंकि स्टोर करने पर इसमें विटामिन C की मात्रा घट सकती है।

आज इस आर्टिकल में हमने मधुमेह रोग किस विटामिन की कमी से होता है, इस विषय में जाना साथ ही आपने जाना की कैसे कुछ आयुर्वेदिक उपचार से इस समस्या में आपके काम आ सकते हैं, लेकिन आप केवल इन सुझावों पर निर्भर ना रहें समस्या अगर ज्यादा गंभीर है, तो डॉक्टर से संपर्क जरूर करें, और ऐसे ही आर्टिकल और ब्लॉग्स के लिए जुड़े रहें आयु कर्मा के साथ।

 

  

FAQ

 

  • डायबिटीज खत्म करने के लिए क्या खाएं? 
    डायबिटीज़ नियंत्रित करने के लिए फाइबर युक्त सब्जियां, साबुत अनाज, दलिया, फल - जैसे सेब, बेरीज, बिना तले हुए नट्स और कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले भोजन खाएं। चीनी, मैदे, तला-भुना और ज्यादा मीठा खाना से बचें। नियमित और संतुलित भोजन, साथ ही पानी खूब पिएं।
     
  • शुगर में कौन सा विटामिन लेना चाहिए? 
    शुगर में विटामिन B1, विटामिन B12, विटामिन D और विटामिन C लेना लाभकारी होता है।
     
  • शुगर किस कमी से होती है?
    शुगर मुख्य रूप से इंसुलिन की कमी या उसका सही से काम न करने की वजह से होती है। विटामिन D और क्रोमियम की कमी भी शुगर बढ़ाने में भूमिका निभा सकती है।

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