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रूसी की समस्या भले ही ज्यादा बड़ी न हो, लेकिन इसकी वजह से बहुत शर्म महसूस होती है। बता दें कि रूसी को डैंड्रफ भी कहा जाता है। ये खासतौर से सबसे ज्यादा कपड़ों पर नजर आने लगती है। कई लोगों के सिर में ये पपड़ी की तरह जमने लगती है, जिससे बालों की क्वालिटी खराब हो जाती है। सिर में पड़ने वाली रूसी खुलजी का कारण भी बनती है, लेकिन रूसी की दवा आयुर्वेदिक करके इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
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नींबू में एंटी-फंगल गुण होते हैं, जो स्कैल्प में फंगस बनने पर उसे कम करने में मदद करते हैं। स्कैल्प में नींबू लगाकर उसे बढ़ने से रोका जा सकता है। नींबू लगाने के बाद बाल धोने से स्कैल्प पर हो रही रूसी को कम करने में मदद मिल सकती है। नींबू को रूसी की दवा माना जा सकता है।
नीम को डैंड्रफ की दवा कहा जाता है। नीम के पत्तों में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण मौजूद होते हैं, जो रूसी को कम करने में मदद कर सकते हैं। नीम के पत्तों का पेस्ट बनाकर स्कैल्प पर लगाने से रूसी को कम किया जा सकता है।
बैकिंग सोडा में एंटी-फंगल गुण होते हैं, जो रूसी को कम करने में मदद कर सकते हैं। इसे लगाने के लिए आप बालों को गीला करें और बेकिंग सोडा को बालों और स्कैल्प पर लगा लें और थोड़ी देर बाद धो लें। इससे स्कैल्प पर से रूसी कम होने लगेगी।
एलोवेरा में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल गुण मौजूद होते हैं, जो रूसी को कम करने में सहायता कर सकते हैं। रूसी हटाने के लिए आप स्कैल्स पर एलोवेरा जेल लगाएं और थोड़ी देर बाद पानी से धो लें। इसका इस्तेमाल करने से रूसी का आना बंद हो जाएगा। डैंड्रफ हटाने की दवा में एलोवेरा को बहुत लाभकारी माना जाता है।
अदरक को एंटी-बैक्टीरियल एजेंट माना जाता है, जो रूसी और फंगल इंफेक्शन को दूर करने में मदद कर सकता है। इसे पोटेशियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम का अच्छा सोर्स माना जाता है, जो बालों के विकास को बढ़ाता है और रूसी को कम कर सकता है।
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मेथी में विटामिन- ए, बी, सी, आयरन, प्रोटीन और कई तरह के एंटी-ऑक्सिडेंट्स मौजूद होते हैं। इसके साथ ही इसमें एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल गुण भी होते हैं। मेथी का पेस्ट सिर में लगाने से स्किन को नमी मिलती है। मेथी को रूसी की दवा घरेलू के रूप में उपयोग किया जाता है।
आंवले में भी भरपूर मात्रा में विटामिन-सी होता है, जो बालों में टॉनिक के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसका इस्तेमाल करने से न सिर्फ रूसी से छुटकारा मिल सकता है, बल्कि बालों को बढ़ाने में भी मदद मिल सकती है। ऐसे में आंवला डैंड्रफ को दूर कर सकता है।
गुड़हल का इस्तेमाल रूसी की दवा के रूप में किया जा सकता है, क्योंकि इसमें विटामिन - ए, सी और अल्फा हाइड्रॉक्सिकल एसिड मौजूद होता है, जो बालों और स्कैल्प के लिए फायदेमंद माना जाता है। इसे सिर में इस्तेमाल करने से डैंड्रफ या रूसी की समस्या कम हो सकती है।
दही को भी रूसी का रामबाण इलाज माना जाता है। इसे बालों और स्कैल्प पर अच्छे से कुछ घंटों के लिए लगाएं और बाद में सिर धो लें। इससे रूसी कम करने में मदद मिल सकती है।
लहसुन में कई तरह के एंटी-ऑक्सिडेंट्स होते हैं। इसे पीसकर पेस्ट बनाएं और बालों में लगाएं। आप चाहें तो लहसुन के पेस्ट में एक चम्मच शहद मिलाकर लगा सकते हैं। इसे बालों में लगाने से रूसी की समस्या में बहुत आराम मिल सकता है।
तो जैसा कि आपने जाना कि रूसी की दवा आयुर्वेदिक क्या होती है? ऐसे में आप भी इन आयुर्वेदिक तरीकों को अपनाने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से सलाह जरूर ले लें।
अगर आपको भी रूसी या डैंड्रफ से जुड़ी किसी तरह की समस्या हो रही है, तो आप अपना इलाज आयु कर्मा में आकर करवा सकते हैं। आयु कर्मा डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट के बिना पूर्णतः प्राचीन भारतीय आयुर्वेद के सहारे से किडनी फेल्योर का इलाज कर रहा है।
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FEB 23,2022 - FEB 22,2025