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दाद खाज खुजली किसकी कमी से होता है

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दाद खाज खुजली किसकी कमी से होता है

दाद खाज खुजली किसकी कमी से होता है

दाद, खाज, खुजली त्वचा से संबंधित सामान्य समस्याएं हैं, जिसका प्रभाव हर व्यक्ति पर देखने को मिलता है। आमतौर पर इन समस्याओं के कई कारण हो सकते हैं। उदाहरण के लिए, खराब जीवनशैली, त्वचा की देखभाल में कमी और शरीर में पोषक तत्वों की कम मात्रा। अनुपचारित रहने पर यह स्थिति गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न कर सकती है। हालांकि, कुछ उपचार विकल्पों से दाद, खाज और खुजली जैसी त्वचा संबंधी समस्याओं में राहत मिल सकती है। इस ब्लॉग में आप जानेंगे कि दाद खाज खुजली किसकी कमी से होता है। साथ ही हम दाद, खाज, खुजली के लक्षण, कारण और उपचार के बारे में भी चर्चा करेंगे।

दाद खाज खुजली किसकी कमी से होता है

दाद खाज खुजली के लक्षण
दाद, खाज और खुजली के कुछ लक्षण निम्नलिखित हैं:

  • त्वचा में चकत्ते
  • दर्द या असुविधा
  • सूजन और जलन
  • पपड़ी बनना
  • फटी हुई त्वचा
  • सफेद या लाल धब्बे
  • रंग में बदलाव

दाद खाज खुजली के कारण
दाद, खाज और खुजली के कई कारण हो सकते हैं, जैसे:

  • फंगल इन्फेक्शन
  • बैक्टीरियल इन्फेक्शन
  • एलर्जिक प्रतिक्रिया
  • त्वचा की देखभाल में कमी
  • अत्यधिक पसीना
  • त्वचा में कम नमी
  • हॉर्मोनल बदलाव
  • गलत खान-पान
  • अस्वस्थ जीवनशैली
  • तंग और सिंथेटिक कपड़े
  • चिंता और तनाव
  • पर्यावरणीय कारक
  • कुछ स्वास्थ्य समस्याएं
  • दवाओं का प्रभाव

दाद खाज खुजली के प्रमुख कारण
दाद, खाज और खुजली के प्रमुख कारण हैं:

  • विटामिन A- त्वचा की सेहत के लिए विटामिन A बहुत जरूरी है। इसकी कमी से त्वचा की कोशिकाओं में पुनर्निमाण में रुकावट आ सकती है। यह स्थिति सूखी और संवेदनशील त्वचा का कारण बनती है, जिससे दाद और खुजली जैसी समस्याएं होती हैं।
    स्रोत- मछली, अंडे, गाजर, शिमला मिर्च, हरी पत्तेदार सब्जियां और दूध से बने प्रॉडक्ट।
     
  • विटामिन B3 - शरीर में विटामिन B3 की कमी त्वचा से संबंधित कई समस्याओं का कारण बन सकती है। उदाहरण के लिए, चकत्ते, दाद, खाज या खुजली। ऐसे में इस पोषक तत्व से त्वचा की गंभीर प्रतिक्रियाओं से बचाव हो सकता है।
    स्रोत- मछली, दाल, साबुत अनाज और नट्स।
     
  • विटामिन B12- शरीर में विटामिन B12 की कम मात्रा से रक्त और त्वचा संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। यह स्थिति त्वचा कोशिकाओं की मरम्मत में बाधा डालती है। इससे दाद, खाज, खुजली या त्वचा से जुड़ी अन्य समस्या हो सकती है।
    स्रोत- मछली, अंडे, फोर्टिफाइड अनाज और डेयरी प्रॉडक्ट। 
     
  • विटामिन C-  त्वचा कोशिकाओं की सुरक्षा के लिए विटामिन C बहुत का सेवन जरूरी है। यह स्थिति कमजोर त्वचा का कारण बनती है। इससे इंफेक्शन का जोखिम बढ़ सकता है और त्वचा पर खुजली, जलन या सूजन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
    स्रोत- नींबू, संतरा, स्ट्रॉबेरी, टमाटर और हरी पत्तेदार सब्जियां।
     
  • विटामिन E- कई बार विटामिन E की कमी से भी दाद, खाज, खुजली की समस्या हो सकती है। यह न्यूट्रिएंट्स त्वचा को नम और मुलायम बनाता है। वहीं, शरीर में इसकी कम स्तर सूजन, सूखेपन, दाद और खुजली जैसी समस्या उत्पन्न करता है। 
    स्रोत- बादाम, सूरजमुखी के बीज, एवोकाडो, पालक और शकरकंद। 
     
  • आयरन- शरीर में आयरन की कमी से एनीमिया हो सकता है। इससे शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह प्रभावित होता है। यह त्वचा की सेहत को प्रभावित करता है, जिससे दाद, खाज या खुजली की समस्या हो सकती है।
    स्रोत- हरी पत्तेदार सब्जियां, दाल, अंडे, मछली।
     
  • जिंक- त्वचा कोशिकाओं की मरम्मत और इंफेक्शन से बचाव के लिए जिंक का सेवन जरूरी है। शरीर में जिंक का अभाव त्वचा पर सूजन, खुजली और दाद जैसी समस्याओं का कारण बनता है। इसके अलावा जिंक की कमी से चकत्ते और एक्जिमा भी हो सकता है।
    स्रोत- नट्स, बीज, साबुत अनाज और समुद्री भोजन। 

दाद खाज खुजली का घरेलू उपचार
दाद, खाज और खुजली जैसी समस्याओं के इलाज में नीचे दिए गए घरेलू उपचार बहुत प्रभावी हैं। 

  • जैतून का तेल-  इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जिससे त्वचा को ठंडक प्राप्त होती है। साथ ही यह तत्व त्वचा को हाइड्रेट बनाए रखते हैं। 
  • उपयोग- थोड़ा-सा जैतून का तेल हल्के हाथों से प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं। इसे 30 मिनट के लिए छोड़ दें और फिर गुनगुने पानी से धोएं। आप इसे दिन में 2 से 3 बार इस्तेमाल कर सकते हैं। 

      जैतून का तेल

  • नारियल तेल- नारियल तेल में एंटीफंगल, एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों की भरपूर मात्रा होती है। यह तत्व त्वचा की जलन और खुजली को शांत करते हैं।  
  •  उपयोग- थोड़ा-सा नारियल तेल लें और इससे प्रभावित क्षेत्र पर हल्के हाथ से मसाज करें। इसे रात भर के लिए छोड़ दें और सुबह गुनगुने पानी से धो लें। आप ऐसा दिन में 2 से 3 बार कर सकते हैं। 

       नारियल तेल
   

  • हल्दी- हल्दी में मौजूद कर्क्यूमिन इसे एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण प्रदान करता है। साथ ही इसमें एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो त्वचा की सूजन और जलन को कम करते हैं।  
  • उपयोग- एक चम्मच हल्दी में थोड़ा पानी मिलाकर पेस्ट बनाएं । इसे प्रभावित क्षेत्र पर लगाने के बाद करीब 30 मिनट के लिए छोड़ दें। फिर, इसे गुनगुने पानी से धोएं और हफ्ते में 2 से 3 बार यह प्रक्रिया दोहराएं।    

        हल्दी  

 

  • नीम- नीम में एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। यह तत्व त्वचा पर, दाद खुजली और इंफेक्शन का प्राकृतिक इलाज करते हैं। साथ ही इससे आपकी त्वचा के स्वास्थ्य में भी सुधार हो सकता है।
  • उपयोग- नीम के ताजे पत्ते लें और उनका पेस्ट बनाएं। इसे त्वचा पर लगाएं और करीब 30 मिनट बाद गुनगुने पानी से धो लें। इसके अलावा आप प्रभावित क्षेत्र पर नीम के तेल की मालिश भी कर सकते हैं। 

        नीम

  • एलोवेरा- एलोवेरा, विटामिन C, E  और जरूरी एंटीऑक्सीडेंट्स में उच्च होता है। इन तत्वों से त्वचा को ठंडक और राहत मिलती है। साथ ही इसके उपयोग से त्वचा की सूजन, खुजली और जलन जैसी समस्या भी कम हो सकती है। 
  • उपयोग- एलोवेरा जेल को प्रभावित हिस्से पर लगाएं। फिर 30 मिनट के बाद इसे धो लें। आप इसे दिन में 2 से 3 बार प्रयोग कर सकते हैं।

      एलोवेरा
 

  • आंवला- आंवला में विटामिन C, एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों की समृद्ध मात्रा होती है। यह तत्व त्वचा कोशिकाओं की मरम्मत में मदद करते हैं। साथ ही इनसे इंफेक्शन का जोखिम भी कम हो सकता है।
  • उपयोग- आंवला पाउडर को थोड़े से पानी में मिलाकर पेस्ट बनाएं। इसके बाद इसे प्रभावित हिस्से पर लगाएं और 15 मिनट बाद धो लें। इसके अलावा आंवला का रस पीने से भी आपकी त्वचा की सेहत बेहतर हो सकती है।

आंवला

अगर आप भी जानना चाहते हैं कि दाद खाज खुजली किसकी कमी से होता है?, तो यह ब्लॉग पोस्ट आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है। हालांकि, आप केवल इन उपायों पर निर्भर न रहें और कोई भी उपचार विकल्प चुनने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर लें। सेहत से जुड़े ऐसे ही ब्लॉग्स और आर्टिकल्स के लिए जुड़े रहें आयु कर्मा के साथ।

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