AyuKarma Ayurveda

घेंघा रोग कैसे ठीक होता है

आपकी सभी स्वास्थ्य समस्याओं के लिए विशेषज्ञ स्वास्थ्य पेशेवरों द्वारा अनुशंसित आयुर्वेदिक उपचार, उपचार और सलाह

Get Best Ayurvedic Treatment

घेंघा रोग कैसे ठीक होता है

घेंघा रोग, को मेडिकल भाषा में "गॉइटर" कहा जाता है, ये समस्या तब आती है जब थायरॉयड ग्रंथि में असामान्य सूजन आ जाती है, और ये मुख्य रूप से आयोडीन की कमी के कारण होती है, और इसके होने के कई कारण होते हैं जिसके विषय में हम आगे आपको बताएंगे और ये रोग केवल भारत में ही नहीं बहुत से विकासशील देशों में एक आम स्वास्थ्य समस्या है खास कर उन जगहों पर जहां आयोडीन की कमी प्रचलित है। आज इस आर्टिकल में हम घेंघा रोग कैसे ठीक होता है इस विषय में बात करेंगे साथ ही इसके कारण और लक्षणों पर भी ध्यान जिससे आयुर्वेदिक और घरेलू उपचारों से ही ये समस्या पूर्ण रूप से ठीक हो पाए वो भी बिना किसी साइड इफेक्ट के। इसलिए अगर आप सोच रहे हैं की घेंघा रोग का इलाज कैसे करें तो ये आर्टिकल आपके लिए है। 

घेंघा रोग के लक्षण 

  • निगलने में कठिनाई – गले में सूजन के कारण खाना या पानी निगलना मुश्किल हो सकता है।

  • गर्दन में सूजन – थायरॉयड ग्रंथि का आकार बढ़ने से सामने की गर्दन में उभार दिखता है।

  • आवाज में बदलाव – ग्रंथि का दबाव स्वरयंत्र पर पड़ने से आवाज भारी या कर्कश हो सकती है।

  • गर्दन में दर्द या कोमलता – थायरॉयड की सूजन से गले को छूने पर दर्द या संवेदनशीलता महसूस होती है।

  • खाँसी – लगातार सूखी खाँसी हो सकती है, जो अन्य कारणों से नहीं होती।

  • सांस लेने में परेशानी – बढ़ी हुई थायरॉयड ग्रंथि श्वासनली पर दबाव डाल सकती है।

  • वजन में बदलाव – थायरॉयड हॉर्मोन असंतुलन से वजन अचानक घट या बढ़ सकता है।

  • थकान और कमजोरी – शरीर की ऊर्जा घटने लगती है और हमेशा थकावट बनी रहती है।

  • मूड में बदलाव और चिड़चिड़ापन – हॉर्मोन का असर मस्तिष्क पर पड़ने से व्यक्ति चिड़चिड़ा या उदास महसूस करता है।

घेंघा रोग के कारण 

  • ऑटोइम्यून रोग – हाशिमोटो या ग्रेव्स डिजीज जैसे रोगों में शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली थायरॉयड ग्रंथि पर हमला करती है।

  • आयोडीन की कमी – शरीर में आयोडीन की कमी होने से थायरॉयड ग्रंथि सामान्य हॉर्मोन नहीं बना पाती और सूज जाती है।

  • गर्भावस्था – गर्भावस्था के दौरान हॉर्मोनल बदलाव थायरॉयड ग्रंथि को प्रभावित कर सकते हैं।

  • थायरॉयड ग्रंथि में गाँठ – ग्रंथि में ठोस या तरल भरी गाँठ बनने से उसका आकार बढ़ सकता है।

  • थायरॉयड कैंसर – थायरॉयड ग्रंथि में कैंसर होने पर भी घेंघा जैसे लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं।

  • कुछ विशेष दवाएं – लिथियम जैसी दवाओं का प्रभाव थायरॉयड की सामान्य क्रिया में बाधा डाल सकता है।

  • आनुवंशिकता – यदि परिवार में किसी को थायरॉयड की समस्या रही हो तो यह रोग पीढ़ी दर पीढ़ी आ सकता है।

घेंघा रोग का घरेलू इलाज

  1.  आयोडीन युक्त आहार का सेवन करें - घेंघा रोग विशेष रूप से आयोडीन की कमी के कारण होता है, इसलिए आयोडीन युक्त आहार का उचित सेवन  इस रोग की रोकथाम और उपचार में बेहद उपयोगी होता है। क्योंकि जब व्यक्ति आयोडीन युक्त आहार जैसे आयोडीन नमक, समुद्री मछली, दूध, अंडे, और दही का नियमित सेवन करता है, तो न केवल थायरॉयड ग्रंथि की सूजन धीरे-धीरे कम होती है, बल्कि शरीर में थकान, वजन बढ़ना, चिड़चिड़ापन जैसी समस्याओं में भी सुधार आने लगता है। बच्चों के मानसिक विकास और महिलाओं के हार्मोन संतुलन के लिए भी आयोडीन बेहद आवश्यक है। यह प्रतिरक्षा तंत्र को भी मजबूत करने में मदद करता है। यही नहीं आयोडीन घेंघा रोग को जड़ से खत्म करने का तरीका है 

    आहार

  2. लहसुन - लहसुन को घेंघा रोग के लिए एक प्राकृतिक घरेलू उपचार के रूप में उपयोग किया जा सकता है, क्योंकि इसमें कई ऐसे गुण होते हैं जो थायरॉइड ग्रंथि के कार्य को बेहतर करने में सहायक हो सकते हैं। लहसुन में सल्फर युक्त यौगिक होते हैं, जैसे एलिसिन, जो शरीर में सूजन को कम करने में मदद करते हैं। यही नहीं घेंघा में ग्रंथि सूज जाती है, ऐसे में लहसुन के सूजन-रोधी गुण लाभकारी हो सकते हैं। लहसुन को सरसों के तेल में भूनकर भी प्रभावित जगह पर लगाते हैं, जिससे स्थानीय सूजन में राहत मिलती है।
    लहसुन

  3. अश्वगंधा - अश्वगंधा एक प्रभावशाली जड़ी-बूटी मानी जाती है। और इसे घेंघा रोग ठीक करने की आयुर्वेदिक दवा भी बोल सकते हैं, ये कोर्टिसोल जैसे तनाव हार्मोन को संतुलित करता है, जिससे थायरॉइड ग्रंथि पर दबाव कम होता है। और इसमें प्राकृतिक एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं जो कोशिकाओं को नुकसान से बचाते हैं साथ ही ये ग्रंथियों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में सहायक होते हैं। यही नहीं ये मानसिक तनाव, थकान, अवसाद और नींद की समस्याएँ भी दूर होती हैं, जो थायरॉइड असंतुलन के लक्षण हो सकते हैं।
    अश्वगंधा

  4. हरा धनिया - हरा धनिया एक प्राकृतिक औषधि के रूप में उपयोगी हो सकता है, खासकर जब बात आयुर्वेदिक और घरेलू उपायों की आती है। हरा धनिया में कई प्रकार के विटामिन और मिनेरल्स होते हैं, जैसे विटामिन C, विटामिन K, आयरन, कैल्शियम, पोटैशियम और एंटीऑक्सिडेंट्स। इन सभी पोषक तत्वों का शरीर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है और वे थायरॉयड ग्रंथि को संतुलन में रखने में मदद कर सकते हैं।
    हरा धनिया

  5. गले की गर्म सेंक - घेंघा रोग में गर्म पानी या तौलिये से सेकाई देना एक पुराना घरेलू उपाय है, जो लक्षणों से राहत देने में मदद करता है। ये सूजन को धीरे-धीरे शांत करता है। घेंघा में थायरॉयड ग्रंथि बढ़ जाती है, जिससे गले में खिंचाव और भारीपन महसूस होता है। गर्म सेंक रक्त संचार को तेज करता है, जिससे सूजन वाली जगह पर ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की आपूर्ति बेहतर होती है और सूजन में राहत मिलती है। यही नहीं गर्म सेंक मानसिक रूप से भी आराम देने वाला होता है। घेंघा से जुड़े तनाव, बेचैनी और गले की थकान में भी यह राहत देता है, जिससे व्यक्ति को बेहतर नींद और मानसिक शांति मिल सकती है।

आज के इस आर्टिकल में हमने घेंघा रोग कैसे ठीक होता है, के बारे में, बात करी और आपने जाना की कैसे कुछ घरेलू और आयुर्वेदिक उपचार इस समस्या में आपके काम आ सकते हैं, लेकिन आप सिर्फ इन सुझावों पर निर्भर ना रहें समस्या अगर ज्यादा गंभीर है तो डॉक्टर से संपर्क ज़रूर करें या कर्मा आयुर्वेद अस्पताल में भारत के बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं। हेल्थ से जुड़े ऐसे और भी ब्लॉग्स और आर्टिकल्स के लिए जुड़े रहें अयुकर्मा के साथ


 

FAQ

 

घेंघा क्यों शुरू होता है? 

घेंघा आमतौर पर आयोडीन की कमी, ऑटोइम्यून रोग, या थायरॉयड ग्रंथि की गड़बड़ी के कारण शुरू होता है, जिससे थायरॉयड ग्रंथि सूज जाती है।

घेंघा रोग कैसे ठीक किया जा सकता है?

घेंघा रोग का इलाज आयोडीन युक्त आहार, दवाओं, थायरॉयड हॉर्मोन थेरेपी, और जरूरत पड़ने पर सर्जरी या रेडियोएक्टिव आयोडीन उपचार से किया जा सकता है।

किसकी कमी से घेंघा रोग हो जाता है?

आयोडीन की कमी से घेंघा रोग होता है।

 



 

What Our Patients Says…..

Recent Blogs


घेंघा रोग कैसे ठीक होता है

घेंघा रोग का इलाज: कारण, लक्षण और आयुर्वेदिक उपचार ...

Jul 17 , 2025

कान की नसों का आयुर्वेदिक इलाज

कान की सुनने की क्षमता बढ़ाएं इन देसी उपायों से ...

Jul 17 , 2025

ब्रेस्ट कैंसर कितने दिन में फैलता है

ब्रेस्ट कैंसर कितनी तेजी से फैलता है? जानिए हर स्टेज की सच्चाई   ...

Jul 17 , 2025

Approved by

Approved by

Certificate no- AH-2022-0145
FEB 23,2022 - FEB 22,2025

डॉक्टर से बात करें