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पैरों में सूजन आना आम समस्या है। कई बार पैरों में दर्द नहीं होता, लेकिन सूजन आ जाती है। ऐसे में कई बार ये अंदाजा लगाना मुश्किल हो जाता है कि ये सूजन किस वजह से आ रही है। वैसे ज्यादातर ये समस्या एडिमा की वजह से मानी जाती है, लेकिन इसके कई अन्य कारण भी हो सकते हैं, परंतु पैर की सूजन का देसी इलाज करके इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
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सेब के सिरके में एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। इसका सेवन करने से सूजन और दर्द को कम किया जा सकता है। इसके लिए सेब के सिरके से हल्के हाथ से मालिश करें। इसका इस्तेमाल करने के लिए सेब के सिरको को गर्म पानी में मिलाएं और उसमें तौलिए को भिगोएं और पैर पर लपेट लें। थोड़ी देर बाद तौलिए को हटा लें। पूरे दिन में इसी तरह से 1-2 बार मालिश करने से सूजन में राहत मिल सकती है।
सेंधा नमक में मैग्नीशियम सल्फेट की अच्छी मात्रा होती है। इसका इस्तेमाल करने से पैरों की सूजन कम हो सकती है। सेंधा नमक को पानी में डालें और उस पानी में कुछ देर पैर डालकर बैठ जाएं। ऐसा करने से आपका शरीर रिलैक्स रहेगा और सूजन भी कम हो सकती है। सेंधा नमक को पैर की सूजन का इलाज माना जा सकता है।
धनिए की ताजी पत्तियां या उसके सूखे बीजों से भी पैरों की सूजन को ठीक किया जा सकता है। पैरों में सूजन आने पर एक कप पानी उबालें और उसमें साबुत धनिया डाल दें। इस पानी को पकाने के बाद जो पानी बचे उसमें शहद मिलाकर पी लें। इससे आपको पैरों की सूजन में राहत मिल सकती है।
खीरा न सिर्फ बॉडी को हाइड्रेट रखता है, बल्कि पैरों की सूजन में भी आराम दिलाता है। इसके लिए आप खीरे की स्लाइट को काटें और फ्रिज में ठंडा होने के लिए रख दें। इसकी स्लाइस को पैरों पर रखकर पट्टी बांध लें और थोड़ी देर खीरा रखकर उसे हटा दें। खीरे को पैरों की नसों में सूजन का इलाज कहा जा सकता है।
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अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं। अदरक का इस्तेमाल करके पैरों की सूजन का इलाज किया जा सकता है। इसके लिए अदरक को पानी में उबालें और इसका अर्क निकालने के बाद गैस बंद कर दें। इसके बाद उस पानी में पैर डुबोकर बैठ जाएं। अदरक का अर्क पैरों पर लगने से सूजन को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
नींबू पानी को भी पैर की सूजन का इलाज माना जा सकता है। नींबू पानी पीने से न सिर्फ बढ़े हुए वजन को कम किया जा सकता है, बल्कि इसका सेवन करने से शरीर से विषाक्त और अपशिष्ट पदार्थों को भी बाहर निकाला जा सकता है। इसके लिए नींबू के रस को गुनगुने पानी में डालें और उसमें थोड़ा-सा शहद मिलाकर पी लें।
पैरों में सूजन आने पर आप आइस पैक का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। आइस पैक से मसाज करने पर पैरों की सूजन तो ठीक होती ही है, लेकिन साथ ही पैरों का ब्लड सर्कुलेशन भी ठीक रहता है।
जैतून के तेल में कुछ लहसुन की कलियां डालकर उन्हें भून लें और बाद में उसमें से लहसुन अलग कर लें। इस तेल को पैर पर लगाकर कुछ देर तक मालिश करें। ऐसा करने से पैरों पर आ रही सूजन को ठीक किया जा सकता है। इस तेल से न सिर्फ पैरों की सूजन ठीक होती है, बल्कि दर्द से भी राहत मिल सकती है। जैतून के तेल को पैरों की नसों में सूजन का इलाज माना जा सकता है।
तो जैसा कि आपने जाना कि पैर की सूजन का देसी इलाज किस तरह से किया जा सकता है। ऐसे में आप भी इस इलाज को अपनाने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से सलाह जरूर कर लें।
अगर आपको भी पैरों में सूजन या उससे जुड़ी किसी तरह की दिक्कत महसूस हो रही है, तो आप अपना इलाज आयु कर्मा में आकर करवा सकते हैं। आयु कर्मा डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट के बिना पूर्णतः प्राचीन भारतीय आयुर्वेद के सहारे से किडनी फेल्योर का इलाज कर रहा है। यहां न सिर्फ किडनी से जुड़ी बीमारियों का इलाज किया जाता है, बल्कि कई अन्य बीमारी जैसे कि कैंसर, ल्यूकोडर्मा, सोरायसिस, क्रिएटिनिन, प्रोटीन्यूरिया आदि बीमारियों का इलाज भी किया जाता है।
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FEB 23,2022 - FEB 22,2025