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ब्राह्मी का एक औषधीय पौधा है जिसका आयुर्वेद में सदियों से इस्तेमाल किया जा रहा है. इंसानी दिमाग के लिए तो यह किसी संजीवनी बूटी से कम नहीं. ब्राह्मी इम्युनिटी सिस्टम को भी बूस्ट करता है और साथ ही इससे बहुत सारी बिमारियों का ईलाज किया जाता है.लेकिन, इसका सेवन करने से पहले ब्राह्मी के फायदे और नुकसान ज़रूर जान लेने चाहिए और उससे भी पहले ब्राह्मी से जुड़ी कुछ आम जानकारियां और ब्राह्मी की पहचान सबको होनी चाहिए जैसे;
ब्राह्मी हरे और सफेद रंग की होती है।
यह स्वाद में फीकी होती है और इसकी तासीर ठंडी होती है।
यह जड़ी-बूटी बल बढ़ाने वाली, तीनों दोषों का नाश करने वाली और मस्तिष्क को शांति देने वाली जड़ी-बूटी है।
ब्राह्मी की कीमत: 200 ग्राम ब्राह्मी की कीमत 200 से 250 रुपये तक है।
शुगर को करें कंट्रोल - ब्राह्मी में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-डायबिटिक गुण पाए जाते हैं। इसके पत्तों में एंटी हाइपोग्लाइसेमिक गुण होता है जो शुगर के मरीजों के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। यह जड़ी-बूटी टाइप-2 डायबिटीज के रोगियों के लिए काफी असरदार मानी जाती है।
मानसिक क्षमता बढ़ाए - ब्राह्मी एक प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट है जो दिमाग के विकास में न्यूरोप्रोटेक्टिव का काम करती है। यह मस्तिष्क के कार्य को बढ़ावा देती है और बढ़ती उम्र के कारण याददाश्त में आ रही कमी में भी सुधार करती है। इसमें डिमेंशिया और अल्जाइमर जैसे रोगों को कम करने की शक्ति है। यह जड़ी-बूटी ध्यान, समझ, ज्ञान और सतर्कता को बढ़ाने में मदद करती है।
सांस की समस्या से राहत - ब्राह्मी का अर्क एंटीऑक्सीडेंट और एडेप्टोजेनिक से भरपूर होता है जिसके कारण ब्राह्मी अस्थमा और ब्रोंकाइटिस (सांस नली में सूजन) जैसी बीमारी दूर करने मदद करती है।
त्वचा में लाए निखार - अपनी त्वचा को सुंदर व जवां बनाए रखने के लिए ब्राह्मी का इस्तेमाल कर सकते हैं। ब्राह्मी में पाए जाने वाला पेंटासाइक्लिक ट्राइटरपीन जैसा केमिकल कंपाउंड एंटी-रिंकल की तरह काम करता है जिससे चेहरे की झुर्रियां दूर होती है। साथ ही यह एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर है जो शरीर के फ्री रेडिकल से लड़ने और त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है।
बालों को बनाए मजबूत - ब्राह्मी में पाए जाने वाला एंटीऑक्सीडेंट बालों को झड़ने से रोकता है, साथ ही खून के संचार को ठीक करता है जिससे बालों की जड़ें मजबूत होती हैं। बालों में रूसी की समस्या से राहत पाने के लिए आप ब्राह्मी तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
चिंता और तनाव से दिलाए राहत - ब्राह्मी में एंटी स्ट्रेस एक्टिविटी होती है जिस कारण यह तनाव को कम करने में मदद करता है साथ ही ब्राह्मी को एडेप्टोजेनिक जड़ी-बूटी भी माना गया है जो चिंता और तनाव से हमें बचाती है। यदि ब्राह्मी की पत्तियों का रोजाना सुबह सेवन किया जाए तो आप चिंता और तनाव की समस्या से निजात पा सकते हैं।
मिर्गी का करे उपचार - नर्वस सिस्टम के विकारों को दूर करने के लिए सदियों से ब्राह्मी का उपयोग एक नर्व टॉनिक के रूप में किया जा रहा है। मिर्गी के रोगियों को ब्राह्मी वटी का इस्तेमाल करना चाहिए, इसके सेवन से इस रोग को दूर किया जा सकता है।
पाचन तंत्र को बनाये मजबूत - ब्राह्मी की पत्तियों में फाइबर होता है। फाइबर हमारी आंतों में से हानिकारक चीज़ों को साफ करके हमारे पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है, साथ ही हमारी पाचन प्रणाली को धीमा करके बहुत एनर्जी देता है।
सूजन में दिलाए आराम - ब्राह्मी ऐसी जड़ी-बूटी है जो मस्तिष्क में सूजन का कारण बनने वाले एंजाइम को बढ़ने से रोक सकती है। ब्राह्मी में एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रभाव भी होता है जो सूजन से संबंधित सभी तरह की समस्याओं में राहत दिलाती है।
इम्यूनिटी बूस्ट करे - ब्राह्मी की पत्तियों में प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है जो हमारे इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाने में उपयोगी है। शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए रोज ब्राह्मी का सेवन करें।
अनिंद्रा से दिलाए छुटकारा - रोज़ ब्राह्मी के चूर्ण का सेवन करने से नींद अच्छी आती है.
ब्राह्मी के अधिक सेवन से पेट में ऐंठन, मतली और दस्त की समस्या हो सकती है।
इसके सेवन से कई लोगों को त्वचा की एलर्जी जैसे लाल चकत्ते, दाने आदि हो सकते हैं।
ब्राह्मी के उपयोग से प्रजनन क्षमता पर असर पड़ता है इसलिए यदि गर्भधारण के बारे में सोच रहे हैं तो इसके सेवन से बचें।
गर्भवती महिलाओं को भी इसका सेवन डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए।
जिन लोगों का पेट असंवेदनशील है या जिन्हें अल्सर है, उनका शरीर शायद ब्राह्मी को बर्दाश्त ना कर सके. ऐसे लोगों को इसका सेवन घी के साथ ही करना चाहिए.
अगर हार्ट रेट कम है तो ब्राह्मी का सेवन ना करें
ब्राह्मी खाने का सही समय क्या है - Brahmi khane ka sahi samay kya hai?
ब्राह्मी का सेवन दिन में 3 बार कर सकते हैं - सुबह, दोपहर और रात के खाने के बाद
ब्राह्मी को इस्तेमाल करने के तरीके क्या हैं - Brahmi ko istemal karne ke tarike kya hain?
ब्राह्मी को इस्तेमाल करने की विधि नीचे दी गयी है;
तेल के रूप में
पेस्ट बनाकर
टैबलेट के रूप में
पाउडर बनाकर
आज के इस ब्लॉग में हमने आपको मुख्य रूप से ब्राह्मी के फायदे और नुकसान बताए. लेकिन आप सिर्फ इन सुझावों पर निर्भर ना रहें. अगर आपको ब्राह्मी के सेवन से जुड़ी कोई भी जानकारी चाहिए तो डॉक्टर से संपर्क ज़रूर करें या कर्मा आयुर्वेद अस्पताल में भारत के बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं। हेल्थ से जुड़े ऐसे और भी ब्लॉग्स और आर्टिकल्स के लिए जुड़े रहें आयुकर्मा के साथ।
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