आपकी सभी स्वास्थ्य समस्याओं के लिए विशेषज्ञ स्वास्थ्य पेशेवरों द्वारा अनुशंसित आयुर्वेदिक उपचार, उपचार और सलाह
यूरिन या पेशाब पास होने से शरीर से अपशिष्ट और अतिरिक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं, लेकिन कई लोगों को बार-बार पेशाब आने की समस्या से जूझना पड़ता है। इस स्थिति में व्यक्ति को ये भी लगता है कि उसका ब्लैडर पूरी तरह से खाली नहीं हुआ है। वैसे इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, लेकिन बार-बार पेशाब आना आयुर्वेदिक इलाज करके इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
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आंवले में विटामिन-C की अच्छी मात्रा होती है। ऐसे में ये ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखने में मददगार होता है। आंवले का सेवन करने से बार-बार पेशाब आने की समस्या को रोका जा सकता है। इसके लिए आप आंवले का जूस बनाकर भी पी सकते हैं।
तिल में मिनरल्स की भरपूर मात्रा मौजूद होती है। ये ब्लैडर के कामकाज को सुधारने में मदद करती है। अगर आपको भी बार-बार पेशाब आने की समस्या है, तो आप तिल के साथ गुड़ मिलाकर उसका सेवन कर सकते हैं। तिल को बार बार पेशाब आना इलाज माना जाता है।
तुलसी में कई तरह के औषधीय गुण मौजूद होते हैं। तुलसी का सेवन करने से यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन को भी रोका जा सकता है। इसका सेवन करने से बार-बार पेशाब आने की समस्या में बहुत राहत पाई जा सकती है। आप इसका सेवन करने के लिए तुलसी की पत्तियों को पीसकर उसका रस निकालें और शहद के साथ उनका सेवन करें।
मेथी के बीज भी बार बार पेशाब आना इलाज माने जा सकते हैं। मेथी के बीजों को आयुर्वेद में बहुत गुणकारी माना जाता है। इसके बीजों को भूनकर कुछ दिनों तक सेवन करें। इससे बार-बार पेशाब आने की समस्या को काबू किया जा सकता है।
अदरक में कई तरह के एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बायोटिक गुण मौजूद होते हैं। अदरक का सेवन करने से बार-बार पेशाब आने की समस्या को रोका जा सकता है। इसके लिए आप सुबह-शाम अदरक का रस लें। इससे पेशाब में हो रही जलन और दर्द में भी आराम मिलता है।
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दही में कई तरह के प्रोबायोटिक गुण मौजूद होते हैं, जो यूटीआई की समस्या को ठीक करने में मदद कर सकते हैं। इसका सेवन करने से आपको बार-बार पेशाब आने की समस्या में राहत मिल सकती है।
अगर आपको बार-बार पेशाब आने की समस्या है, तो आप केले का सेवन भी कर सकते हैं। इसका सेवन करने के लिए आप रोजाना कम से कम 2 केले खाएं। इससे आपको बार-बार पेशाब आने की समस्या के साथ-साथ कब्ज से भी राहत मिल सकती है।
अनार में बहुत-से पोषक तत्व मौजूद होते हैं। ऐसे में अनार शरीर में हो रहे पोषक तत्वों की कमी को पूरा कर सकता है। इसके लिए आप रोजाना 1 गिलास अनार के जूस का सेवन कर सकते हैं। इससे बार-बार पेशाब आने की समस्या में राहत पाई जा सकती है।
पालक का सेवन करने के भी भरपूर फायदे होते हैं। पालक में कई तरह के औषधीय गुण पाए जाते हैं। ऐसे में पालक का सेवन करने से पेशाब आना कम हो सकता है, साथ ही बार-बार पेशाब आने की समस्या पर भी काबू किया जा सकता है।
तो जैसा कि आपने जाना कि बार-बार पेशाब आना आयुर्वेदिक इलाज किस तरह से किया जा सकता है। ऐसे में इन उपायों को अपनाने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से सलाह जरूर ले लें।
अगर आपको भी बार-बार पेशाब आने की समस्या हो रही है, तो आप अपना इलाज आयु कर्मा में आकर करवा सकते हैं। आयु कर्मा डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट के बिना पूर्णतः प्राचीन भारतीय आयुर्वेद के सहारे से किडनी फेल्योर का इलाज कर रहा है। यहां न सिर्फ किडनी से जुड़ी बीमारियों का इलाज किया जाता है, बल्कि कई अन्य बीमारी जैसे कि कैंसर, ल्यूकोडर्मा, सोरायसिस, क्रिएटिनिन, प्रोटीन्यूरिया आदि बीमारियों का इलाज भी किया जाता है।
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FEB 23,2022 - FEB 22,2025