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पेशाब में जलन एक आम समस्या है, जिसके कई कारण हो सकते हैं। लेकिन समय पर ध्यान नहीं देने से यह गंभीर बीमारी की वजह बन सकती है। आमतौर पर इस समस्या के कई कारण हो सकते हैं, जैसे ज्यादा पित्त बनना, पेशाब की नली में इंफेक्शन (यूटीआई) या अनियमित आहार। हालांकि, पेशाब में जलन की आयुर्वेदिक दवा के कई विकल्प हैं। इस ब्लॉग में हम पेशाब में जलन के लक्षण, कारण और आयुर्वेदिक दवाओं के बारे में जानेंगे। इससे आपको पेशाब में जलन की समस्या से राहत मिल सकती है।
पेशाब में जलन के कई लक्षण हैं। ऐसे में ही कुछ लक्षणों में शामिल हैं:
पेशाब में जलन के कारण इस प्रकार हैं:
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पेशाब में जलन की दवा के कई विकल्प मौजूद हैं। ऐसे ही कुछ विकल्प नीचे दिए गए हैं:
नीम के पत्तों में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो पेशाब की नली को इंफेक्शन से बचाकर जलन को कम करते हैं। नीम के पत्तों का काढ़ा शरीर में मौजूद टॉक्सिंस बाहर निकालता है और पित्त को नियंत्रित करता है।
तुलसी का रस पित्त को शांत करने में मदद करता है। इसे पेशाब में दर्द की दवा का बेहतरीन विकल्प माना जाता है। तुलसी में एंटीबैक्टीरियल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। ऐसे में 1से 2 चम्मच ताजे तुलसी के पत्तों का रस पीने से पेशाब में जलन की समस्या दूर हो सकती है।
अश्वगंधा और शतावरी दोनों ही बेहतरीन आयुर्वेदिक औषधियां हैं। इनके इस्तेमाल से पेशाब की नली में होने वाले इंफेक्शन और जलन की समस्या से राहत मिलती है। इसके अलावा यह आपके इम्यून सिस्टम को भी बूस्ट करने का काम करते हैं।
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गिलोय एक ऐसी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, जो पेशाब में जलन की समस्या से राहत देने का रामबाण उपाय है। एक कप पानी में 1 चम्मच गिलोय का पाउडर मिलाकर पीने से आपके शरीर की सूजन होती है। साथ ही इससे आपको इम्यून सिस्टम को भी बढ़ावा मिलता है।
एक चम्मच शहद और 2 चम्मच दही को एक साथ मिलाकर खाने से पेशाब में जलन को कम किया जा सकता है। इसके अलावा सुबह खाली पेट इसका सेवन करने से पेट को ठंडक मिलती है और आपके पाचन तंत्र में भी सुधार आता है।
आज के इस आर्टिकल में हमने आपको पेशाब में जलन की आयुर्वेदिक दवा के बारे में बताया, लेकिन आप केवल इन उपायों पर निर्भर न रहें। और ऐसे ही हेल्थ से जुड़े ब्लॉग्स और आर्टिकल्स के लिए जुड़े रहें आयु कर्मा के साथ।।
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