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एचपीवी (HPV) यानी ह्यूमन पेपिलोमा वायरस (Human Papillomavirus) एक प्रकार का वायरल इंफेक्शन है। आमतौर पर यौन संपर्क के कारण फैलने वाला एचपीवी वायरस त्वचा, जननांग या गले को प्रभावित करता है। इसके अलावा देर से उपचार करने या अनुपचारित रहने पर इससे गंभीर बीमारियां उत्पन्न हो सकती हैं। एचपीवी वायरस के ज्यादातर मामले अपने आप ठीक हो जाते हैं। लेकिन, कई बार इसके लिए उपचार विकल्पों की जरूरत पड़ती है। इस ब्लॉग में आप जानेंगे कि एचपीवी वायरस का घरेलू इलाज क्या है? साथ ही हम एचपीवी वायरस के लक्षणों और कारणों के बारे में भी चर्चा करेंगे।
उपयोग- लहसुन को डाइट में शामिल करें या प्रभावित क्षेत्र पर लहसुन का पेस्ट लगाएं।
उपयोग- हल्दी का पेस्ट प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं। इसके अलावा आप दूध, पानी या शहद के साथ भी हल्दी का सेवन कर सकते हैं।
उपयोग- आप तुलसी के पत्तों का रस या पेस्ट एचपीवी से प्रभावित क्षेत्र पर लगा सकते हैं। इसके अलावा तुलसी के पत्तों की चाय या काढ़ा भी एचपीवी के लक्षणों में राहत दे सकता है।
उपयोग- आप आंवला का जूस पी सकते हैं या इसे कच्चा खा सकते हैं।
सेब का सिरका- सेब के सिरके से एचपीवी वायरस का इलाज संभव है। इसके एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण इंफेक्शन को खत्म करते हैं। साथ ही सेब का सिरका एसीटिक एसिड और पोटैशियम में उच्च होता है। यह तत्व मस्से को सूखाते हैं या इन्हें कम करते हैं। इसके अलावा सेब के सिरके का उपयोग त्वचा को साफ और स्वस्थ बनाए रखता है।
उपयोग- सेब का सिरका पानी में मिलाकर प्रभावित क्षेत्र पर लगाने से मस्से कम हो सकते हैं।
इस ब्लॉग में आपने जाना कि एचपीवी वायरस का घरेलू इलाज क्या है? हालांकि, आप केवल इन उपायों पर निर्भर न रहें और कोई भी उपचार विकल्प चुनने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर लें। सेहत से जुड़े ऐसे ही ब्लॉग्स और आर्टिकल्स के लिए जुड़े रहें आयु कर्मा के साथ।
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