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लिवर हमारे शरीर का एक ऐसा अंग है, जो पोषक तत्वों को संसाधित करने के लिए जिम्मेदार है। साथ ही यह अपशिष्ट पदार्थों को फिल्टर करता है और शरीर से बाहर निकालता है। लेकिन, कई बार लिवर की कार्यप्रणाली में खराबी के कारण लिवर ठीक से काम नहीं कर पाता और फिल्ट्रेशन प्रोसेस में रुकावट आ जाती है। इससे लिवर से संबंधित कई बीमारियां होने का जोखिम रहता है। फैटी लिवर या हेपेटिक स्टेटोसिस भी इन्हीं बीमारियों में से एक है, जिसका कारण लिवर की कोशिकाओं में बहुत ज्यादा फैट जमा होना है। इस ब्लॉग में हम फैटी लिवर के लक्षण, कारण, प्रकार और उपचार की बात करेंगे। साथ ही आप जानेंगे कि फैटी लिवर में क्या खाना चाहिए?
आमतौर पर फैटी लिवर के ज्यादातर मामलों में कोई लक्षण नहीं दिखते, लेकिन नीचे दिए गए लक्षणों से स्थिति की पहचान और उसका इलाज करना संभव हैं:
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फैटी लिवर की बीमारी के लिए कई कारण और जोखिम कारक जिम्मेदार हो सकते हैं, जैसे:
फैटी लिवर के मुख्य रूप से दो प्रकार हैं, जिनमें शामिल हैं:
अगर सही समय पर उपचार नहीं मिले, तो फैटी लिवर एक गंभीर समस्या का कारण बन सकती है। हालांकि, फैटी लिवर के नियंत्रण के लिए संतुलित आहार का सेवन और स्वस्थ जीवनशैली जरूरी हैं। अब आप जानेंगे कि फैटी लिवर में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं?
पालक, मटर और ब्रोकली जैसी हरी पत्तेदार सब्जियां लिवर के स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद हो सकती हैं। इनमें फाइबर, विटामिन्स, मिनरल्स और जरूरी पोषक तत्व होते हैं, जो लिवर से अपशिष्ट पदार्थ बाहर निकालने में मदद करते हैं।
खट्टे फल सिर्फ फैटी लिवर ही नहीं, बल्कि समग्र स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं। यह विटामिन-सी और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं, जिससे लिवर को डिटॉक्स करने, सूजन कम करने और लिवर की कार्यक्षमता को बढ़ावा देने में मदद मिलती है। इसके लिए आप संतरा, मौसम्बी, नींबू और अंगूर का सेवन कर सकते हैं।
ओमेगा-3 फैटी एसिड जैसी स्वस्थ वसा लिवर की समस्या के लिए फायदेमंद हो सकती है। स्वस्थ वसा के लिए आप नट्स और बीज का सेवन कर सकते हैं। यह लिवर में फैट को जमा होने से रोकते हैं और लिवर से जुड़ी कई बीमारियों में सुधार संभव है।
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साबुत अनाज फाइबर से भरपूर होते हैं, जिससे फैटी लिवर समेत लिवर से जुड़ी कई समस्याएं ठीक होती हैं। इसके लिए आप ओट्स, ब्राउन राइस और क्विनोआ का सेवन कर सकते हैं।
प्रोटीन युक्त भोजन के सेवन से लिवर की कई समस्याओं में सुधार हो सकता है, जैसे - लिवर कोशिकाओं में वसा के जमाव को कम और लिवर की कार्यप्रणाली में सुधार करना। दाल, सोया प्रॉडक्ट (टोफू, सोया मिल्क, सोया पनीर) और दूध से बने प्रॉडक्ट।
फैटी लिवर या लिवर से जुड़ी किसी भी समस्या के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीना जरूरी है। यह टॉक्सिंस को शरीर से बाहर निकालता है और लिवर को डिटॉक्स करता है। इससे लिवर में जमा फैट कम करने, लिवर की सूजन घटाने, पाचन को बेहतर बनाने और स्वस्थ बने रहने में मदद मिल सकती है।
फैटी लिवर के उपचार और लिवर के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए व्यायाम बहुत प्रभावी हो सकता है। नियमित व्यायाम से लिवर में जमा वसा को कम करने, सूजन कम करने और लिवर के कार्य को बेहतर बनाने में मदद मिलती है। इसके लिए आप दौड़ने, साइकिल चलाने, स्विमिंग और जॉगिंग जैसे हल्के व्यायाम कर सकते हैं।
इस ब्लॉग में आपने जाना कि फैटी लिवर में क्या खाना चाहिए? लेकिन, आप केवल इन उपायों पर निर्भर न रहें और कोई भी उपचार चुनने से पहले डॉक्टर से परामर्श लें। सेहत से जुड़े ऐसे ब्लॉग्स और आर्टिकल्स के लिए जुड़े रहें आयु कर्मा के साथ।
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