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आयुर्वेद में हार्ट ब्लॉकेज का इलाज

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आयुर्वेद में हार्ट ब्लॉकेज का इलाज

आज कल के समय में सभी अपनी दिनचर्या में व्यस्त है, जहां सुबह से शाम तक फोन, गलत खान पान और बहुत बार एक ही जगह पर बैठे रह कर काम करना पड़ता है, जिससे शरीर और सुस्त हो जाता है। और यही सब कारण जैसे अनियमित जीवनशैली, असंतुलित आहार और तनावपूर्ण दिनचर्या ही हार्ट ब्लॉकेज का कारण बन जाते हैं। आज इस आर्टिकल में हम आपको आयुर्वेद में हार्ट ब्लॉकेज का इलाज के बारे में बताएंगे साथ ही इसके लक्षणों और कारणों के बारे में बताएंगे। जिससे आप सही समय पर इसका समाधान चुन सकें। 

हार्ट ब्लॉकेज के लक्षण 

  • सांस लेने में तकलीफ
  • सीने में दर्द
  • दिल की धड़कन तेज, धीमी या अनियमित होना
  • मतली
  • सांस फूलना
  • थकान
  • पसीना आना
  • पैरों में सूजन
  • चक्कर आना या बेहोशी

हार्ट ब्लॉकेज के कारण

  • उच्च रक्तचाप
  • मोटापा 
  • शारीरिक निष्क्रियता
  • उच्च कोलेस्ट्रॉल

  • अस्वस्थ खानपान
  • आनुवंशिकता 
  • अत्यधिक शराब सेवन

  • धूम्रपान

आयुर्वेद में हार्ट ब्लॉकेज का इलाज

  1. पुष्करमूल

  2. अर्जुन छाल

  3. गुग्गुल

  4. लहसुन

  5. त्रिफला

 

  1. पुष्करमूल - पुष्करमूल को आयुर्वेद में एक शक्तिशाली औषधि है। यह ब्लड सर्कुलेशन सुधारने, हृदय की धमनियों को साफ करने, और हार्ट ब्लॉकेज जैसे लक्षणों को कम करने में सहायक है। यह जड़ी-बूटी रक्त वाहिकाओं में जमा वसा और प्लाक को धीरे-धीरे कम करने में मदद करती है, जिससे धमनियाँ खुलने लगती हैं और ब्लड फ्लो सामान्य होता है। साथ ही यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए फायदेमंद है जिन्हें सीने में भारीपन, दर्द या सांस फूलने की शिकायत हो। यह लक्षण अक्सर कोरोनरी आर्टरी ब्लॉकेज के संकेत होते हैं। और यदि आप सही रूप में और संयमित मात्रा में लिया गया पुष्करमूल हृदय को दीर्घकालिक सुरक्षा प्रदान कर सकता है और हार्ट ब्लॉकेज की जटिलताओं से बचा सकता है। इसलिए हम इसे हार्ट ब्लॉकेज का आयुर्वेदिक इलाज भी कह  सकते हैं 
     

 

  1. अर्जुन छाल - हृदय रोगों के लिए अर्जुन छाल सर्वश्रेष्ठ औषधियों में से एक है, और हार्ट ब्लॉकेज जैसी स्थितियों में अर्जुन छाल का सेवन विशेष रूप से लाभकारी सिद्ध हो सकता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण भी पाए जाते हैं, जो धमनियों में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करते हैं। इससे धमनियों की अंदरूनी दीवारों पर वसा और कोलेस्ट्रोल के जमाव की प्रक्रिया धीमी हो जाती है और समय के साथ ब्लॉकेज कम होने लगता है। यह एलडीएल मतलब खराब कोलेस्ट्रोल को घटाने और एचडीएल यानी अच्छे कोलेस्ट्रोल को बढ़ाने में भी मदद करता है।

    अर्जुन छाल

 

  1. गुग्गुल - आयुर्वेद की सबसे शक्तिशाली जड़ी-बूटियों में से एक गुग्गुल को भी माना जाता है। इसकी खासियत ये है की यह प्राकृतिक रूप से ऐसे रसायन पाए जाते हैं जो कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने में मदद करते हैं। यह खराब कोलेस्ट्रॉल को घटाता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है, जिससे धमनियों में वसा जमा होने की प्रक्रिया धीमी होती है और पहले से जमा प्लाक को भी धीरे-धीरे घटाया जा सकता है। हार्ट ब्लॉकेज का सबसे बड़ा कारण यही वसायुक्त प्लाक होता है, जिसे गुग्गुल प्रभावी रूप से कम करने में मदद करता है।
    लहसुन

 

  1. लहसुन - ये बात जानकर थोड़ा आश्चर्य हो सकता है पर लहसुन से आयुर्वेद में हार्ट ब्लॉकेज का इलाज संभव है। इसकी बड़ी विशेषता यह है कि इसमें एलिसिन नामक एक सक्रिय यौगिक पाया जाता है, जो हृदय और रक्त वाहिनियों पर सकारात्मक प्रभाव डालता है। यह यौगिक रक्त को पतला करने में मदद करता है, जिससे रक्त का प्रवाह आसान होता है और हृदय पर पड़ने वाला दबाव कम हो जाता है। इसके अलावा लहसुन हृदय की धड़कन को स्थिर करता है और हृदय की मांसपेशियों को बल प्रदान करता है। यह हृदय की कार्यक्षमता को बेहतर बनाता है, जिससे थकान, सांस फूलना, सीने में भारीपन जैसी समस्याएं भी कम होती हैं। इसलिए हम लहसुन को हार्ट ब्लॉकेज के घरेलू इलाज में भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
    त्रिफला

 

  1. त्रिफला - त्रिफला एक प्रसिद्ध और शक्तिशाली हर्बल फॉर्मूलेशन है, ये तीन फलों - आंवला, हरड़ और बहेड़ा के मिश्रण से बनती है। ये केवल पाचन ही नहीं  बल्कि हृदय स्वास्थ्य, विशेष रूप से हार्ट ब्लॉकेज को रोकने और धीरे-धीरे कम करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसमे मौजूद आंवला एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है, जो फ्री रेडिकल्स को निष्क्रिय करता है। फ्री रेडिकल्स धमनियों की अंदरूनी दीवारों को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे कोलेस्ट्रॉल जमने की प्रक्रिया तेज होती है। आंवला इस ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करके हृदय की सुरक्षा करता है और धमनियों को स्वस्थ बनाए रखता है। और ये न केवल हृदय की रक्षा करता है बल्कि पूरी शरीर प्रणाली को संतुलन में रखकर हार्ट ब्लॉकेज जैसी गंभीर स्थितियों को धीरे-धीरे सुधारने की ताकत रखता है। इसलिए हम इसे हृदय रोग का आयुर्वेदिक उपचार के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं। 


 

आज इस आर्टिकल में हमने बताया आयुर्वेद में हार्ट ब्लॉकेज का इलाज, और आपने जाना की कैसे कुछ आयुर्वेदिक उपचार से इस समस्या में आपके काम आ सकते हैं, लेकिन आप केवल इन सुझावों पर निर्भर ना रहें समस्या अगर ज्यादा गंभीर है, तो डॉक्टर से संपर्क जरूर करें, और ऐसे ही आर्टिकल और ब्लॉग्स के लिए जुड़े रहें आयु कर्मा के साथ।



 

FAQ




 

घर पर बिना सर्जरी के हार्ट ब्लॉकेज को कैसे दूर करें? 

घर पर हार्ट ब्लॉकेज बिना सर्जरी दूर करना पूरी तरह संभव नहीं होता, लेकिन जीवनशैली में बदलाव से स्थिति सुधार सकती है। 

 

ब्लॉक्ड हार्ट का सबसे अच्छा इलाज क्या है? 

शुरुआती या हल्के ब्लॉकेज में दवाएं, आहार सुधार, व्यायाम, और आयुर्वेदिक उपचार जैसे अर्जुन, गुग्गुल से लाभ मिल सकता है। 

 

क्या अर्जुन हार्ट ब्लॉकेज को ठीक कर सकता है?

हाँ, अर्जुन छाल हार्ट ब्लॉकेज को धीरे-धीरे कम करने में सहायक हो सकती है। यह धमनियों को साफ़ करती है, कोलेस्ट्रॉल घटाती है, और हृदय को मजबूती देती है। 

 

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