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किडनी रोग के 3 आयुर्वेदिक उपचार दवा

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किडनी रोग के 3 आयुर्वेदिक उपचार दवा

किडनी रोग के 3 आयुर्वेदिक उपचार दवा

किडनी को शरीर की “फिल्टर मशीन” कहा जाता है। ये शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने, पानी और खनिजों का संतुलन बनाए रखने में अहम भूमिका निभाती है। लेकिन आज कल की असंतुलित जीवनशैली, गलत खानपान, दवाओं का अत्यधिक उपयोग और तनाव की वजह से किडनी से जुड़ी समस्याएं तेजी से बढ़ रहे हैं। अगर हम आधुनिक इलाज की बात करें तो वहाँ  डायलिसिस या ट्रांसप्लांट जैसे विकल्प आप देख सकते हैं पर आधुनिक दवाइयों से हम बहुत बार साइड इफेक्ट भी देखने को मिलते हैं, वहीं आयुर्वेद शरीर के स्वाभाविक संतुलन को बहाल करने पर ध्यान देता है। आज इस आर्टिकल में आपको किडनी रोग के 3 आयुर्वेदिक उपचार दवा के बारे में बताएंगे साथ ही इस समस्या के कारणों और लक्षणों पर ध्यान देंगे, की आयुर्वेद कैसे प्राकृतिक तरीके से किडनी की कार्यक्षमता को बढ़ाने, सूजन को कम करने और शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करती हैं।

किडनी रोग के लक्षण 

  • पेशाब में बदलाव

  • त्वचा में समस्या

  • पैरों, टखनों, एड़ियों और चेहरे पर सूजन

  • भूख और वजन में कमी

  • थकान और कमजोरी

  • भूख और वजन में कमी

  • मांसपेशियों में ऐंठन या दर्द होना

  • ध्यान केंद्रित करने में परेशानी होना

किडनी रोग के कारण 

  • डायबिटीज

  • हाई ब्लड प्रेशर

  • आनुवंशिकता 

  • किडनी में पथरी

  • धूम्रपान व शराब सेवन

  • संक्रमण

  •  कुछ एंटीबायोटिक और पैन किलर 

किडनी रोग के 3 आयुर्वेदिक उपचार दवा
         

          गोखरू
 

  1. गोखरू - गोखरू को किडनी और मूत्र मार्ग से जुड़ी बीमारियों के लिए अत्यंत उपयोगी मानी जाती है। ये किडनी की कार्यक्षमता को बनाए रखने में मदद करता है क्योंकि यह शरीर से अतिरिक्त जल, यूरिया, यूरिक एसिड और अन्य टॉक्सिन्स को मूत्र के माध्यम से बाहर निकालने की क्षमता को बढ़ाता है। किडनी रोग में जब शरीर में पानी रुकने लगता है या सूजन आने लगती है, तो ऐसे में गोखरू उस तरल पदार्थ को मूत्र के माध्यम से बाहर निकालने में मदद करता है, जिससे सूजन कम होती है। साथ ही आयुर्वेदिक दृष्टि से अगर देखा जाए तो गोखरू “वात-पित्त-कफ” तीनों दोषों को संतुलित करता है, विशेषकर यह मूत्रविकारों में वात दोष को नियंत्रित कर के राहत देता है। नियमित सेवन से यह किडनी की कोशिकाओं को पोषण प्रदान करता है और नुकसान पहुंचाने वाली कोशिकाओं की मरम्मत में भी मदद करता है। इसलिए इसे किडनी रोग का आयुर्वेदिक इलाज कहा जाता है। 

    पुनर्नवा

  2. पुनर्नवा - पुनर्नवा को मुख्य रूप से किडनी की सेहत के लिए अत्यंत लाभकारी माना जाता है। किडनी रोगों में पुनर्नवा का सबसे बड़ा गुण इसका मूत्रवर्धक प्रभाव है, जो मूत्र के माध्यम से शरीर में जमा अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। साथ ही यह सूजन को कम करती है, खासकर जब किडनी कमजोर होने के कारण शरीर में पानी जमा हो जाता है। पुनर्नवा जिगर और किडनी दोनों के कार्यों को संतुलित करती है, जिससे रक्त में यूरिया और क्रिएटिनिन जैसे हानिकारक तत्वों का स्तर नियंत्रित रहने में सहायता मिलती है। अगर कुल मिलाकर देखा जाए तो पुनर्नवा किडनी को शुद्ध, सक्रिय और स्वस्थ बनाए रखने में एक प्राकृतिक औषधि की तरह काम करती है। इसलिए पुनर्नवा को किडनी की बीमारी की आयुर्वेदिक दवा माना जाता है। 

    वरुण

  3. वरुण - वरुण किडनी के लिए एक महत्वपूर्ण आयुर्वेदिक औषधि है। इसमें ऐसे खास गुण होते हैं जो किडनी के कार्य को सुधारने और उसे मजबूत बनाने में सहायक होते हैं। साथ ही यह जड़ी-बूटी किडनी के स्वस्थ कार्य के लिए एक नैतिक रूप से कारगर उपाय है। जब शरीर में पानी की कमी हो, तब भी यह किडनी को संतुलित पानी का स्तर बनाए रखने में मदद करता है। वरुण का सेवन किडनी की कार्यक्षमता को बेहतर बनाता है और किडनी के द्वारा फिल्टर किए गए खून को शुद्ध करने में मदद करता है। इसके अलावा इसका प्रयोग आयुर्वेद में कई प्रकार से किया जाता है, जैसे कि पाउडर या काढ़े के रूप में। हालांकि, किसी भी औषधि का सेवन करते समय डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी होता है, खासकर अगर किडनी की कोई गंभीर समस्या हो। इसलिए अगर हम चाहे तो वरुण को किडनी डिटॉक्स करने की आयुर्वेदिक दवा भी मान सकते हैं। 
     

आज इस आर्टिकल में हमने बताया किडनी रोग के 3 आयुर्वेदिक उपचार दवा, और आपने जाना की कैसे कुछ आयुर्वेदिक उपचार से इस समस्या में आपके काम आ सकते हैं, लेकिन आप केवल इन सुझावों पर निर्भर ना रहें समस्या अगर ज्यादा गंभीर है, तो डॉक्टर से संपर्क जरूर करें, और ऐसे ही आर्टिकल और ब्लॉग्स के लिए जुड़े रहें आयु कर्मा के साथ।


 

FAQ
 

  • किडनी की बीमारी के लिए कौन सी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां अच्छी हैं? 
    किडनी की बीमारी के लिए गोखरू, पुनर्नवा, वरुण और गिलोय जैसी  जड़ी-बूटियां अच्छी हैं
     
  • क्या आयुर्वेदिक दवा से किडनी ठीक हो सकती है?
    आयुर्वेदिक दवाएं किडनी की हल्की समस्याओं में मदद कर सकती हैं, लेकिन गंभीर रोगों में डॉक्टर की सलाह जरूरी है।
     
  • सबसे शक्तिशाली आयुर्वेदिक दवा कौन सी है?
    सबसे शक्तिशाली आयुर्वेदिक दवा पुनर्नवा है। 

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