आपकी सभी स्वास्थ्य समस्याओं के लिए विशेषज्ञ स्वास्थ्य पेशेवरों द्वारा अनुशंसित आयुर्वेदिक उपचार, उपचार और सलाह
तेज रफ़्तार वाली जिंदगी में लोगों का स्ट्रेस लेना तो जैसे आम बात हो गई है । आप हों या कोई और अधिकतर लोग आज के टाइम में शारीरिक गतिविधियां बहुत कम कर पाते हैं, उस पर से रोजाना हाई प्रोटीन वाला भोजन करते हैं और जंक फ़ूड खाते हैं। पानी पीना तो जैसे भूल ही जाते हैं या बहुत कम पानी पीतें हैं । आप नहीं जानते, लेकिन हम आपको बता दें कि आपके जीवन से जुडी ये आदतें बहुत खराब हैं। ये खराब आदतें आपके शरीर में यूरिक एसिड को बढ़ा रही हैं। लेकिन आपको चिंता करने की जरूरत नहीं बस इन आदतों में सुधार लाने की जरूरत है और यूरिक एसिड की समस्या को दूर करने के लिए कुछ देशी घरेलू नुस्खों को अपनाने की जरूरत है। यूरिक एसिड एक आम लेकिन गंभीर समस्या है। आज अपने इस लेख में हम आपको यूरिक एसिड कम करने की रामबाण दवा के बारे में तो बताएंगे। साथ ही यूरिक एसिड से छुटकारा पाने का देसी तरीका भी बताएंगे। इसके अलावा यूरिक एसिड के कारण और लक्षण की भी बात की जाएगी ।
यूरिक एसिड समस्या की बात जब हो रही है तो आप को बता दें कि यूरिक एसिड शरीर में बनने वाला एक तरह का रासायनिक पदार्थ यानि केमिकल है। यह तब बनता है जब हमारा शरीर प्यूरीन नाम के तत्व को तोड़ता है। यूरिक एसिड समस्या से पीड़ित होने के कई कारण हो सकते हैं।
1. प्यूरीन युक्त भोजन का अधिक सेवन: प्यूरीन सिर्फ हमारे शरीर में ही नहीं पाया जाता बल्कि यह खाने पीने की कई चीजों में भी पाया जाता है। जैसे रेड मीट , मछली ,दालें और बीन्स जैसे राजमा, चना, मटर। मशरूम, फूलगोभी, पालक जैसी सब्जियों में भी पाया जाता है। शराब में भी प्यूरीन होता है। अब इतना सारा प्यूरीन जब शरीर में जायेगा तो यूरिक एसिड की आयुर्वेदिक दवा की जरूरत तो पड़ेगी ही।
2 . पानी कम पीना : पानी कम पीने से भी लोग यूरिक एसिड की समस्या से पीड़ित हो सकते हैं। शरीर में पानी का सही स्तर न होने से यूरिक एसिड बढ़ जाता है। जिससे लोगों को कई तरह की परेशनियों का सामना करना पड़ता है ।
3 . मोटापा और लाइफ स्टाइल : खराब लाइफस्टाइल से मोटापा होता है। मोटे लोगों में शरीर यूरिक एसिड अधिक बनाता है और बाहर कम निकालता है।शारीरिक मेहनत न करना और अधिक बैठना भी यूरिक एसिड के बढ़ने की वजह हो सकती है।
4 . जेनेटिक : अगर परिवार में कोई सदस्य यूरिक एसिड या गठिया से पीड़ित है तो दूसरा सदस्य भी हो सकता है।
5 . दवाओं का साइड इफेक्ट : हाई बीपी, डायबिटीज, कैंसर या हार्ट डिजीज की कुछ दवाइयाँ यूरिक एसिड बढ़ा सकती हैं।
शरीर में जब यूरिक एसिड बढ़ता है तब कई तरह की समस्याओं का सामना रोगी को करना पड़ता है । कई प्रकार के लक्षण रोगी में देखने को मिलते हैं। ये लक्षण रोगी के लिए दर्दनाक होते हैं। जब शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा सामान्य से अधिक हो जाती है, तो यह जोड़ों में जमा होकर सूजन और दर्द की वजह बन सकता है। इसे मेडिकल भाषा में हाइपरयूरिसीमिया कहा जाता है।
1 . जोड़ों में तेज़ दर्द : यूरिक एसिड की समस्या से पीड़ित रोगियों के जोड़ों में दर्द होता है। खासकर अंगूठे के जोड़ में अचानक, तेज़ और जलन भरा दर्द होता है। यह दर्द ज्यादातर रात को शुरू होता है। यह दर्द इतना ज्यादा हो सकता है कि रोगी उस वक्त चल तक नहीं सकता ।
2. मूत्र संबंधी समस्याएं : शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने पर मूत्र संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इस स्थिति में पेशाब में जलन और दर्द होता है। पेशाब ठीक तरीके से नहीं हो पाता या रुक-रुक कर आता है।
3. सूजन और लालिमा : इस रोग से प्रभावित होने पर जोड़ों में सूजन आ जाती है। सूजे हुए जोड़ों के आस-पास गर्माहट और लाल रंग दिखाई दे सकता है । कभी-कभी त्वचा चमकदार भी लगती है।
4. हल्का बुखार: यूरिक एसिड से पीड़ित रोगी को दर्द और सूजन से बुखार भी हो सकता है। इसके अलावा रोगी को थकान महसूस होती है। शरीर भारी-भारी लगता है और रोगी चिड़चिड़ा हो जाता है।
5. चलने-फिरने में तकलीफ : यूरिक एसिड का शिकार हुए रोगी को थकान, बुखार, दर्द की वजह से चलने-फिरने में तकलीफ हो सकती है।
यूरिक एसिड बढ़ने से किडनी स्टोन जैसी समस्या भी हो सकती है। ऐसे गंभीर रोग के लक्षण जानने के बाद हम जानते हैं, कि आप यूरिक एसिड के घरेलू इलाज के बारे में भी जानना चाहेंगे। तो चलिए आपको इसी लेख में यूरिक एसिड समस्या को दूर करने के लिए आयुर्वेदिक और कुछ घरेलू नुस्खों के बारे में बताते हैं।
आयुर्वेद में यूरिक एसिड बढ़ने का एक बड़ा कारण शरीर में बढ़ा हुआ वात और अम्ल दोष है। इस समस्या का उपचार जड़ी बूटियों, कुछ घरेलू नुस्खों को अपनाकर और खान पान में सुधार करके किया जा सकता है। साथ ही इस समस्या के निदान के लिए आपको सही और हेल्दी जीवनशैली अपनाने की भी जरूरत है।
1. गुग्गुल: यूरिक एसिड की समस्या में त्रिफला गुग्गुल या योगराज गुग्गुल आपको राहत दे सकता है। यह यूरिक एसिड को कम करता है। ये गुग्गुल यूरिक एसिड में लाभदायक तो होते ही हैं ,साथ ही जोड़ों के स्वास्थ्य, पाचन, चयापचय, हृदय स्वास्थ्य और मानसिक स्पष्टता में भी राहत देते हैं।
2. पुनर्नवा : पुनर्नवा का उपयोग ज्यादातर गुर्दे, यकृत और श्वसन तंत्र से संबंधित विकारों के इलाज के लिए किया जाता है। लेकिन यह यूरिक एसिड के लिए भी एक प्रभावी औषधि है। यह एक मूत्रवर्धक है जो शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकलते हैं ।
3. गिलोय : गिलोय हर तरह के बुखार को दूर भगाती है। खून को साफ़ करती है और इम्यूनिटी को बढाती है। यह जोड़ों के सूजन को कम करती है। इसका उपयोग रास के रूप में किया जाता है।
4 .वरण : यह औषधि किडनी और मूत्र प्रणाली को स्वस्थ और मजबूत बनाती है। स्टोन और यूरिक एसिड से संबंधित समस्याओं में राहत देती है ।
5. नींबू पानी: रोजाना नीबू पानी पिए। यह यूरिक एसिड को शरीर में बढ़ने नहीं देता। यह शरीर को अल्कलाइन बनाता है।
6.अजवाइन का पानी : अजवाइन का पानी उबालकर पीने से यूरिक एसिड कम होता है और यह यूरिक एसिड को बाहर निकालने में मदद करता है।
7 . मेथी दाना पानी : रात को मेथी दाना भिगो दे , सुबह उसे चबा कर खाएं और पानी पी जाएं। इससे यूरिक एसिड कंट्रोल होता है।
8 .त्रिफला चूर्ण का सेवन : रात को सोने से पहले गुनगुने पानी के साथ 1 चम्मच त्रिफला चूर्ण लेने से पाचन ठीक होता है और शरीर से जहरीले तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है।
यूरिक एसिड की समस्या से छुटकारा पाने के लिए आप इन यूरिक एसिड की रामबाण दवाओं का इस्तेमाल कर सकते हैं। ये आयुर्वेदिक नुस्खे ,औषधियां और आसान घरेलू उपाय किसी रामबाण से कम नहीं है। आपके लिए सुझाव है कि आप गुनगुना पानी पीते रहे। मांसाहार, शराब, और तली-भुनी चीज़ें कम करें। योग और व्यायाम करें इसके अलावा नीम ,तुलसी , और हल्दी का सेवन करें। ऐसा करने से आपको यूरिक एसिड की समस्या में राहत मिलेगी।
आज हमने इस लेख में जाना कि यूरिक एसिड क्या होता है ?कैसे लोग इस समस्या से पीड़ित हो सकते हैं। यूरिक एसिड के आम और गंभीर लक्षणों के बारे में भी चर्चा की गई है । साथ ही यहां हमने यूरिक एसिड की रामबाण दवाओं गिलोय , पुनर्नवा, गुग्गुल के बारे में भी जाना। ये आयुर्वेदिक उपाय आप को तभी सकारात्मक परिणाम देंगे जब आप उन्हें आयुर्वेदिक एसपेर्ट की देखरेख में अपनाएंगे। ऐसे ही हेल्थ टिप्स के लिए बने रहिए हमारे साथ ,मिलते हैं कुछ और घरेलू टिप्स लिए अगली बार
FAQS
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