आपकी सभी स्वास्थ्य समस्याओं के लिए विशेषज्ञ स्वास्थ्य पेशेवरों द्वारा अनुशंसित आयुर्वेदिक उपचार, उपचार और सलाह
कामेच्छा का अर्थ है लिबिडो, ये किसी भी इंसान के सेक्सुअल डिज़ायर और सेक्सुअल ड्राइव को दर्शाता है, इसके अर्थ को जानने के बाद इसे अक्सर लोग केवल शारीरक दोष ही मानते हैं पर समझना ज़रुरी है कि हर व्यक्ति की कामेच्छा का स्तर अलग होता है ये केवल शारीरक ही नही, सामाजिक और मानसिक चीज़ों पर भी निर्भर करता है। की वो व्यक्ति किस सामाजिक स्थिति में हैं और किस मानसिक दौर से गुज़र रहा है। एसे ही कुछ कारणों की वजह से लोग अपने कामेच्छा के प्रति जागरूक नहीं हो पाते आज इस आर्टिकल द्वारा हम आपको बताएँगे महिलाओं में कामेच्छा बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा और उनके कुछ कारण।
चिकित्सक सलाह के लिए फॉर्म भरें
शिलाजीत को आयुर्वेद में बहुत ही प्रभावी यौन शक्ति बढ़ाने वाली औषधि में से एक माना गया है, ये हिमालय से मिलने वाला प्रक्रतिक गोंद होता है, ये शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, शिलाजीत केवल यौन शक्ति ही नहीं बल्कि शरीर में कार्य के प्रति उर्जा और एकाग्रता के साथ हड्डियों और मांसपेशियों को ताकत देता है इसलिए यदि कामेच्छा के लिए शिलाजीत को ज़रूर कार्य में लायें।
जानकारी - हमेशा सतर्क होकर शुद्ध शिलाजीत ही लें, और इसके ज़्यादा सेवन करने से उल्टी और पेट में जलन की समस्या आ सकती है और प्रयोग करने से पहले या बाद में कोई संका हो तो जल्द ही चिकित्सक से सम्पर्क करें।
आयुर्वेद में अश्वगंधा को ये माना गया है कि अश्वगंधा ‘अश्व के समान ताकत प्रदान करता है’, ये केवल शारीरिक ही नही मानसिक रूप से भी शक्ति प्रदान करता है क्योंकि ये तनाव से भी मुक्त करता है और कामेच्छा कम होने का एक मुख्य कारण तनाव और चिंता भी है इसलिय ये मानसिक रूप से आपको स्वस्थ रखता है जिससे आपको कामोत्तेजना में मानसिक रूप से कोई समस्या न हो।
जानकारी - अश्वगंधा का प्रयोग हर एक व्यक्ति नहीं कर सकता है, इसलिए प्रयोग में लाने से पहले चिकित्सक से सम्पर्क करें, गर्भवती और स्तनपान करा रही महिलाओं के लिए, इसे मना किया जाता है
और इसका अधिक सेवन करने से पेट दर्द और उल्टी की समस्याएं आ सकती है।
अभी फॉर्म भरें और विशेषज्ञ से परामर्श करें
सफेद मूसली को नेचुरल वयग्रा के नाम से भी जाना जाता है। जो आपके सेक्सुअल डिज़ायर को बढ़ाता है और शरीर को सम्पूर्ण रूप से लाभ पहुंचाता है और उर्जा बढ़ाने में सहायता करता है जिससे ये पुरुष और महिलाओं दोनों में ही यौन इच्छा को बढ़ाता है, बहुत बार कामेच्छा कम होने में होर्मोन्स भी एक कारण होते हैं।
जानकारी - सफेद मूसली के अधिक और उचित फायदे के लिए इसका लम्बे समय तक सेवन करना पड़ता है, अधिकतर मात्रा में इसका प्रयोग करना एक नकारत्मक प्रभाव भी दाल सकता है और गर्भवती या स्तनपान करा रहीं महिलाओं को इसे बचाव के लिए कहा जाता है, पर हेमशा प्रयोग से पहले चिकित्सक से ज़रूर सलाह लें।
गोखरू यौन स्वास्थ में सुधार लाने वाला बहुत ही असरदार उपचार है जिसे आयुर्वेद में बहुत ही प्रभावी माना गया है इसमें एंटी ओक्सिडेंट गुण होते हैं जो किसी भी संक्रमणों से बचाता है और इसका नियमित रूप से सेवन होर्मोन्स को संतुलित करता है। थकन में भी सुधार करता है जिसे शरीर के योन स्वस्थ्य में सुधार आता है।
जानकारी - गोखरू का सेवन एक उचित मात्रा में ही करना ज़रुरी है वरना अनिद्रा, और पेट दर्द की समस्याएं भी आ सकती है।
आज हमने आपको महिलाओं में कामेच्छा बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा के बारे में बताया पर आप ध्यान की बताये गये सभी उपायों को उचित मात्र के अनुसार ही लें और यदि आप पहले से कोई दवाइयां ले रहे हैं तो चिकित्सक से सलाह के बाद ही इन सभी को अपनाएं।
कालमेघ के फायदे और नुकसान: हर बीमारी की एक आयुर्वेदिक दवा! ...
ब्राह्मी के फायदे और नुकसान: आयुर्वेद की इस बूटी के पीछे का सच जानिए ...
कुटकी के फायदे और नुकसान: आयुर्वेदिक गुण, सेवन का तरीका और सावधानियाँ ...
Approved by
Certificate no- AH-2022-0145
FEB 23,2022 - FEB 22,2025