AyuKarma Ayurveda

प्रोस्टेट का आयुर्वेदिक उपचार बताएं

आपकी सभी स्वास्थ्य समस्याओं के लिए विशेषज्ञ स्वास्थ्य पेशेवरों द्वारा अनुशंसित आयुर्वेदिक उपचार, उपचार और सलाह

Get Best Ayurvedic Treatment

प्रोस्टेट का आयुर्वेदिक उपचार बताएं 

क्या प्रोस्टेट की समस्या का हल आयुर्वेद में सच में मौजूद है? ये सवाल हर उस पुरुष का है जो बढ़ती उम्र के साथ बार-बार पेशाब लगना, कमजोर धार या रात में कई बार उठने जैसी दिक्कतों से परेशान होता है। तो इसका उत्तर है। हाँ, आयुर्वेद प्रोस्टेट को सिर्फ लक्षण नहीं, उसके मूल कारणों से समझकर प्राकृतिक उपचार भी बताता है। पर बहुत से लोग इस समस्या का पता चलते ही आधुनिक दवाइयों पर निर्भर हो जाते हैं। पर उन दवाइयों से बहुत तरह के साइड इफेक्ट भी देखने को मिलते हैं। यही वजह है कि आयुर्वेदिक उपचार का फोकस सिर्फ दवाओं पर नहीं, बल्कि सूजन कम करने, मूत्र प्रवाह सुधारने, और प्रोस्टेट की प्राकृतिक हीलिंग में होता है। इसलिए जो भी व्यक्ति इस समस्या से परेशान हैं या चाहते हैं की हम प्रोस्टेट का आयुर्वेदिक उपचार बताएं, ये आर्टिकल उनके लिए है, इसके साथ ही हम लक्षणों और कारणों पर भी ध्यान देंगे। 

प्रोस्टेट के लक्षण 

  • बार-बार पेशाब लगना

  • पेशाब में रक्त आना

  • पेशाब की धार का धीमा या कमजोर हो जाना

  • पेशाब करते समय या बाद में जलन या दर्द

  • इरेक्शन प्राप्त करने या बनाए रखने में कठिनाई

  • निचले पेट में भारीपन

  • रात में बार-बार पेशाब के लिए उठना

  • ऐसा महसूस होना कि मूत्राशय पूरी तरह से खाली नहीं हुआ है

प्रोस्टेट के कारण 

प्रोस्टेट का आयुर्वेदिक उपचार यानी जड़ी बूटियाँ 

  1. वरुण

  2. गोक्षुर

  3. शिलाजीत

  4. अश्वगंधा

  5. कांचनार

 

  1. वरुण - वरुण को प्रोस्टेट समस्याओं के लिए बहुत प्रभावी माना जाता है, यह सीधे उस जगह काम करता है जहाँ समस्या की जड़ होती है। इस की सबसे खास बात यह है कि यह मूत्र मार्ग को स्वाभाविक रूप से खोलता है। जब प्रोस्टेट बढ़ने से पेशाब रुक-रुककर आता है, धार कमजोर हो जाती है या बार-बार पेशाब लगकर भी आराम नहीं मिलता, तब वरुण मूत्राशय की मांसपेशियों को रिलैक्स करके प्रवाह को सरल बनाता है। साथ ही इसमें नैचुरल anti-inflammatory गुण होते हैं, जिससे प्रोस्टेट की सूजन धीरे-धीरे कम होने लगती है। यह सिर्फ लक्षणों को नहीं दबाता, बल्कि अंदर से उस सूजन को शांत करता है जो प्रोस्टेट को बड़ा कर रही होती है। इसलिए वरुण को प्रोस्टेट का आयुर्वेदिक इलाज भी कहते हैं। 
    वरुण

  2. गोक्षुर - आयुर्वेद में गोक्षुर को प्रोस्टेट हेल्थ के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। गोक्षुर का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह मूत्र प्रवाह को स्वाभाविक रूप से आसान बनाता है। जब प्रोस्टेट बढ़ने से पेशाब रुक-रुककर आता है, बूंद-बूंद गिरता है या बार-बार जाने पर भी आराम नहीं मिलता, तब गोक्षुर मूत्रमार्ग की टाइट हुई मांसपेशियों को ढीला करके प्रवाह को सहज करता है। एक और खास बात यह है कि गोक्षुर किडनी और मूत्राशय को भी सपोर्ट देता है। प्रोस्टेट बढ़ने से मूत्राशय लगातार strain में रहता है; गोक्षुर इस strain को कम करता है और मूत्राशय की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है। इससे पेशाब अधूरा रुकने, बार-बार लगने और जलन जैसी दिक्कतें शांत होने लगती हैं। इसलिए इसे प्रोस्टेट की आयुर्वेदिक दवा भी कहा जाता है। 
    शिलाजीत

  3. शिलाजीत - आयुर्वेद में शिलाजीत को बहुत ही असरदार जड़ी बूटियों में से एक माना जाता है।  इसका सबसे बड़ा प्रभाव इसके रसायन गुणों में है, यानी यह शरीर को पुनर्निर्माण और पुनर्जीवन की क्षमता देता है, और उम्र बढ़ने पर जब पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन और अन्य हार्मोन्स की संतुलनता बिगड़ती है, तब शिलाजीत एक नैचुरल हार्मोन-बैलेंसर की तरह काम करता है। हार्मोनल स्थिरता आने से प्रोस्टेट पर पड़ने वाला ओवर-स्टिम्यूलेशन कम होता है और सूजन घटने लगती है। एक और गहरी बात यह है कि शिलाजीत शरीर की कोशिकाओं को ऊर्जा देने की क्षमता बढ़ाता है, क्योंकि इसमें फुल्विक एसिड और अनेक सूक्ष्म खनिज होते हैं। प्रोस्टेट के ऊतकों को बेहतर पोषण और ब्लड सप्लाई मिलने से healing तेज होती है।
    अश्वगंधा

 

  1. अश्वगंधा - अश्वगंधा को प्रोस्टेट हेल्थ के लिए इसलिए खास माना जाता है क्योंकि यह उस सबसे गहरे कारण पर काम करती है, जो अधिकतर पुरुषों में प्रोस्टेट की समस्या को बढ़ाता है। इसकी खास बात ये है की यह पुरुषों के हार्मोनल स्वास्थ्य पर सकारात्मक असर डालती है। उम्र बढ़ने के साथ टेस्टोस्टेरोन और अन्य हार्मोन बदलते हैं, जो प्रोस्टेट को भी प्रभावित करते हैं। अश्वगंधा हार्मोनल रिद्म को सपोर्ट करके प्रोस्टेट पर आने वाली अतिरिक्त उत्तेजना को कम करती है, जिससे प्रोस्टेट की सूजन और वृद्धि को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। कुल मिलाकर, अश्वगंधा प्रोस्टेट के लिए सिर्फ एक सहायक औषधि नहीं बल्कि एक ऐसी जड़ी है जो तनाव, सूजन, मसल्स की कमजोरी और हार्मोनल असंतुलन, इन सभी मूल कारणों को एक साथ सुधारकर प्रोस्टेट हेल्थ को गहराई से सपोर्ट करती है।
    Bauhinia variegata (कचनार)

  2. कांचनार - कांचनार को उन जड़ी-बूटियों में गिना जाता है जो शरीर की किसी भी ग्रंथि या ऊतक के असामान्य बढ़ाव को धीरे-धीरे सामान्य करने की क्षमता रखती हैं। इसका असर lymphatic system पर होता है। प्रोस्टेट के आसपास जो lymphatic stagnation और सूजन बनती है, कांचनार इसे साफ करता है। जब lymph साफ होता है तो भारीपन, दबाव और नीचे खिंचाव जैसा एहसास कम होने लगता है। इसलिए इसे प्रोस्टेट का आयुर्वेदिक इलाज भी कहा जाता है। 

प्रोस्टेट की समस्या से पीड़ित व्यक्ति जो भी चाहते हैं की हम, प्रोस्टेट का आयुर्वेदिक उपचार बताएं ये आर्टिकल उनके लिए है, और इससे आपने जाना की कैसे कुछ आयुर्वेदिक उपचार से इस समस्या में आपके काम आ सकते हैं, लेकिन आप केवल इन सुझावों पर निर्भर ना रहें समस्या अगर ज्यादा गंभीर है, तो डॉक्टर से संपर्क जरूर करें, और ऐसे ही आर्टिकल और ब्लॉग्स के लिए जुड़े रहें आयु कर्मा के साथ।


 

FAQ

 

  • बढ़े हुए प्रोस्टेट के लिए सबसे अच्छी आयुर्वेदिक दवा कौन सी है? 
    बढ़े हुए प्रोस्टेट के लिए सबसे असरदार आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ वरुण, गोक्षुर, कांचनार, पुनर्नवा, शिलाजीत और अश्वगंधा मानी जाती हैं।
     
  • बढ़े हुए प्रोस्टेट को सिकोड़ने का सबसे तेज़ तरीका क्या है? 
    बढ़े हुए प्रोस्टेट के लिए सबसे असरदार आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों में वरुण, गोक्षुर, कांचनार, पुनर्नवा, अश्वगंधा और शिलाजीत का नाम सबसे पहले लिया जाता है।
     
  • कौन सी आयुर्वेदिक दवा प्रोस्टेट को सिकोड़ती है?
    प्रोस्टेट को सिकोड़ने में सबसे असरदार आयुर्वेदिक दवा कांचनार गुग्गुल मानी जाती है, क्योंकि यह ग्रंथि की सूजन और बढ़े हुए टिशू को धीरे-धीरे कम करके आकार को सामान्य करने में मदद करती है।
     
  • क्या चंद्रप्रभा वटी प्रोस्टेट के लिए अच्छी है?
    हाँ, चंद्रप्रभा वटी प्रोस्टेट की सूजन और पेशाब की रुकावट को कम करने में मदद करती है, लेकिन यह मुख्य रूप से सपोर्टिव टॉनिक के रूप में काम करती है, प्रोस्टेट को सिकोड़ने के लिए मुख्य दवा नहीं है।

What Our Patients Says…..

Recent Blogs


प्रोस्टेट का आयुर्वेदिक उपचार बताएं

आयुर्वेद में प्रोस्टेट का इलाज: जड़ से समस्या खत्म करें ...

Dec 02 , 2025

एसिडिटी और गैस के लिए असरदार आयुर्वेदिक दवा

एसिडिटी और गैस के लिए असरदार आयुर्वेदिक दवा ...

Dec 01 , 2025

Best Kidney Treatment in Ayurveda Without Side Effects

Best Kidney Treatment in Ayurveda Without Side Effects ...

Dec 01 , 2025

Approved by

Approved by

Certificate no- AH-2022-0145
FEB 23,2025 - FEB 22,2028