आपकी सभी स्वास्थ्य समस्याओं के लिए विशेषज्ञ स्वास्थ्य पेशेवरों द्वारा अनुशंसित आयुर्वेदिक उपचार, उपचार और सलाह
एडी हमारे पैर का वो भाग है जो हमारे शरीर के पुरे भार को उठाने में हमारी मदद करता है, और एडी में दर्द के कारण लोगों को बहुत समस्याएं भी उठानी पडती है क्योंकि उसके सहारे के बिना चलना, काम करना मुश्किल हो जाता है। आज हम इस आर्टिकल में आपको एडी के दर्द का पक्का इलाज बताएँगे पर उसे पहले हम एडी के दर्द का कारण बताएँगे जिसे आपको इनके होने के कारणों के बारे में जानकारी हो।
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ये हमारे द्वारा बताये गये एड़ी के दर्द का आयुर्वेदिक इलाज हैं जो दर्द की शुरुआत में आपके बहुत काम आने वाले हैं, और उचित तारीखे से इसका प्रयोग करना आपके लिए सहायक हो सकता है अब हम इन सभी इलाज के बारे में डिटेल में बतायंगे
पंचकर्म आयुर्वेद में बहुत ही मुख्य क्रिया होती है, जिसकी बहुत सी प्रक्रियाएं होती है, जिनको आयुर्वेद के विशेषज्ञों द्वारा उचित रूप से प्रयोग में लाया जाता है। ये Detoxification प्रक्रिया होती है, जिसके बाद किसी भी इंसान को बहुत से सकारात्मक बदलाव और आराम महसूस होता है। और शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ जाती है।
हल्दी में करक्यूमिन पाए जाते हैं, जिसमे एंटी इंफ़्लेमेटरी और एंटी-ओक्सिडेंट प्रॉपर्टीज होते हैं और ये इम्यून सिस्टम को भी मजबूत करता पड़ता है। ये आप ढूध के साथ भी पी सकते हैं और हल्दी का लेप बना कर भी लगा सकते हैं।
सरसों के तेल का प्रकृतिक रूप थोडा गर्म होता है, जिस वजह से ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है जिसे दर्द से राहत मिलती है।
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अश्वगंधा में एंटी इंफ़्लेमेटरी प्रॉपरटीज़ और एसे गुण होते हैं जो बहुत से शरीर के दर्द, मांसपेशियों के दर्द और स्ट्रेस से छुटकारा दिलाते हैं। अश्वगंधा को हड्डियों कि सेहत के लिए भी अच्छा माना जाता है, पर अश्वगंधा को जितना सेहत के लिए अच्छा मन जाता है उतना ही कुछ लोगों के लिए हानिकारक हो सकता है जैसे कुछ लोगों को उल्टी, दस्त की समस्याएं होती है तो वहीं गर्भाव्स्ता और स्तनपान के समय इसका सेवन हानिकारक माना गया है।
पोषक तत्व वाले खान-पान आपके शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढाता है, जिसे आपका शरीर खुद को सही करने में शक्षम हो पता है, इसलिए ज़्यादा से ज़्यादा तेल-मसाले वाले खाने से बचें।
यदि आप नियमित रूप से योगा को अपने दिनचर्या में जोड़ेंगे तो आपको इसका प्रभाव ज़रूर दिखेगा क्योंकि इसे ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है, जिससे मांसपेशियों की ताकत बढती है, सूर्य नमस्कार और ताड़ासन दो बहुत ही सरल आसन हैं जो आप रोज़ कर सकते हैं।
नमक वाला गुनगुना पानी दर्द में सिकाई के लिए प्रयोग किये जाते हैं, क्योंकि नमक में एंटी इंफ़्लेमेटरी प्रॉपर्टीज होते हैं जो सुजन और दर्द को सही करने की कोशिश करते हैं।
ये हमारे द्वारा बताये गये कुछ सरल और आयुर्वेदिक उपाय है जो सही समय पर प्रयोग करने से आपके बहुत काम आने वाले हैं, पर किसी भी उपाय को करने में कोई संका या अधिक दर्द की शिकायत हो तो जल्द ही चिकित्सक से संपर्क करें और एसे ही हेल्थ रिलेटेड आर्टिकल्स के लिए जुड़े रहें आयु कर्मा के साथ।
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FEB 23,2022 - FEB 22,2025