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कान की नस बंद होना यानी यूस्टैचियन ट्यूब ब्लॉकेज (Eustachian Tube Blockage) एक सामान्य समस्या है। इसमें कान और गले को जोड़ने वाली यूस्टैचियन ट्यूब बंद हो जाती है। आमतौर पर यूस्टैचियन ट्यूब का कार्य कान के अंदर दबाव को नियंत्रित करना है। साथ ही यह यूस्टैचियन ट्यूब तरल पदार्थ को कान से बाहर निकालती है। लेकिन, कुछ जोखिम कारक यूस्टैचियन ट्यूब के कार्यों में रुकावट डाल सकते हैं। इससे कान में इंफेक्शन, सूजन या सुनने में परेशानी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। हालांकि, कुछ उपचार विकल्प कान की नस खोलने में फायदेमंद हो सकते हैं। इस ब्लॉग में आप कान की नस खोलने का देसी उपाय जानेंगे। साथ ही हम कान की नस बंद होने के लक्षणों (Homemade way to open ear vein) और कारणों की चर्चा भी करेंगे।
कान में इंफेक्शन
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कान की नस खोलने के लिए देसी उपाय बहुत फायदेमंद हो सकते हैं। ऐसे ही कुछ उपचार विकल्प नीचे दिए गए हैं:
गर्म पानी से भाप- कान की नस बंद होने पर आप गर्म पानी से भाप ले सकते हैं। कान की बंद नसें खोलने के लिए एक बर्तन में गर्म पानी डालें और भाप लें। इससे कान में जमा तरल पदार्थ बाहर निकलता है और कान की नसें खुलती हैं।
गर्म पानी की पट्टी- गर्म पानी की पट्टी भी कान की नस खोलने का सबसे अच्छा तरीका है। ऐसे में कान की नसों में दर्द और दबाव कम करने के लिए आप कुछ मिनटों के लिए एक साफ गर्म कपड़े को कान के ऊपर रख सकते हैं।
तेल से मालिश- कान की बंद नसों को खोलने का अन्य तरीका तेल से मालिश करना है। इसके लिए जैतून, सरसों या नारियल तेल को हल्का गर्म करके कान में डालें। फिर, कुछ मिनटों के बाद कान को धीरे-धीरे हिलाएं और तेल बाहर निकालें। यह तरीका कान में मौजूद गंदगी को निकालता है, जिससे नसें खुलती हैं।
स्वालो या ज्यॉम- स्वालो (निगलना) और ज्यॉम (हंसने) की क्रिया से भी कान में दबाव कम हो सकता है। साथ ही इनसे कान को गले से जोड़ने वाली यूस्टैचियन ट्यूब भी खुलती है, जो नसों को आराम पहुंचाता है।
मुलेठी का सेवन- कान की बंद नसों को खोलने के लिए मुलेठी एक प्राकृतिक और पारंपरिक उपचार है। इसमें कई औषधीय गुण होते हैं, जो सूजन और इंफेक्शन को कम करके कान की बंद नसें खोल सकते हैं।
तुलसी के पत्तों का रस- तुलसी के पत्तों से भी कान की नसों को खोलने में मदद मिल सकती है। इसके लिए तुलसी के पत्तों का रस निकालें और थोड़ा सा शहद मिलाकर कान में डालें। यह सूजन और इंफेक्शन को नियंत्रित करता है, जिससे दर्द और दबाव भी कम होता है।
नमक के पानी से गरारे- नमक के पानी से गरारे करना भी कान की नसों को खोलने का बेहतरीन तरीका है। इससे सूजन नियंत्रित होती है और कान में दबाव भी कम होता है। साथ ही यह तरीका आपको इंफेक्शन और जलन की समस्या से भी राहत दे सकता है।
अगर आप भी कान की नस खोलने का देसी उपाय जानना चाहते हैं, तो यह ब्लॉग पोस्ट आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है। हालांकि, आप केवल इन उपायों पर निर्भर न रहें और कोई भी उपचार विकल्प चुनने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर लें। सेहत से जुड़े ऐसे ही ब्लॉग्स और आर्टिकल्स के लिए जुड़े रहें आयु कर्मा के साथ।
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